- पटना मेडिकल कॉलेज में दो घंटे होगा वार्ड टीचिंग

- वार्ड टीचिंग एकेडमिक एक्टिविटी का अहम हिस्सा

PATNA : पटना मेडिकल कालेज में एकेडमिक माहौल को बेहतर करने के लिए पीएमसीएच प्रशासन प्रोएक्टिविली काम कर रहा है। इसके लिए यहां वार्ड टीचिंग या केस बेस्ट स्टडी को प्राथमिकता दी जा रही है। इस बारे में पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने बताया कि मेडिकल कालेजों में वार्ड टीचिंग तो शुरू से ही करायी जाती है, लेकिन पिछले कुछ समय से इसका फॉलो-अप नहीं हो पा रहा था। अब इसे गंभीरता से लेने के लिए एचओडी को कहा गया है।

सेकेंड ईयर से होती है वार्ड टीचिंग

वार्ड टीचिंग सेकेंड ईयर से ही शुरू हो जाती है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि केस-बेस्ट स्टडी और पर्सनल आब्जर्वेशन के जरिये मेडिकल थ्योरी को समझने में आसानी होती है। इसमें वार्ड में सीनियर डॉक्टर के साथ एमबीबीएस स्टूडेंट्स सीखते हैं। इसमें सभी क्लीनिकल जैसे स्किन, सर्जरी, मेडिसीन, आर्थो आदि डिपार्टमेंट आते हैं। पि्रंसिपल ने कहा कि यहां विभिन्न क्लिीनिकल डिपार्टमेंट में दो घंटे का वार्ड क्लास करना आवश्यक है। प्रैक्टिकल से केस और सब्जेक्ट को समझने में आसानी होती है।