RANCHI: मेयर साहिबा जागिएजिस हॉस्टल में रहकर आपकी बुनियादी शिक्षा मजबूत हुई, जहां आपने भी पानी के लिए काफी संघर्ष करते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की वहां आज भी पानी के लिए उसी तरह हाहाकार मचा है। छात्राएं प्यास से छटपटा रही हैंपढ़ाई छोड़ पानी भर रही हैं या पानी के लिए लड़ रही हैंउनकी सुनिए.उनकी प्यास बुझाने के लिए प्रयास तो कीजिए, मेयर साहिबा। 29 मार्च को दैनिक जागरण आईनेक्सट अखबार के पहले पन्ने पर खबर छपने के बाद आपने चुनाव तक संयम रखने का आश्वासन दिया था, अब चुनाव खत्म हो गए हैं और लोगों ने आप पर काफी विश्वास भी जताया है। सरकार भी आपकी पार्टी की है। थोड़ा रहम कीजिए, इन बेटियों पर इससे पहले की ये छात्राएं भी सड़क पर उतरकर पानी की मांग न करने लगें।

दिसम्बर से पानी ने बाधित की पढ़ाई

ध्यान दीजिए कि 250 गर्ल स्टूडेंट्स के लिए पूरे हॉस्टल में एक सप्लाई नल है और इसके साथ एक बोरिंग की व्यवस्था है। मोटर महीनों से खराब है और दिसम्बर माह से पूरा हॉस्टल पानी के लिए तरस रहा है।

आरक्षण के नाम पर शोषण

साइंस ब्लॉक स्थित एसटी गर्ल हॉस्टल में पानी की समस्या पर स्टूडेंट्स ने कहा कि आरक्षण का लाभ भले मिले न मिले सिस्टम का रुखा व्यवहार अभी से ही देखने को मिल रहा है। किसी को सुध लेने तक का समय नहीं है

शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं

रांची नगर निगम को कई बार शिकायत की गई। लेकिन इनका आरोप है कि इन स्टूडेंट्स को देखने वाला कोई नहीं है, अब गर्ल स्टूडेंट्स खुद दूर-दराज से पानी लेकर आती है या फिर टैंकर के सहारे पानी मिलता है। सप्लाई वाटर की अगर हम बात करें तो इसमें साफ पानी नहीं आने की बातें कही गई है।