RANCHI: म् में एक चापानल खराब है। वहीं बाकी पांच से लाल पानी निकलता है, जो पीने लायक नहीं है। ऐसे में एकमात्र सहारा सप्लाई वाटर का है, लेकिन इसका पानी भी हफ्ते में दो ही दिन आता है। वह भी एक-दो घंटे के लिए। नतीजन, दूर-दूर से पानी लाकर काम चल रहे हैं। हालत यह है कि पानी की जद्दोजहद के साथ दिन की शुरुआत होती है और सोते समय भी अगले दिन के पानी के जुगाड़ की ही चिंता लगी रहती है। यह कहना है वार्ड ब्ख् स्थित डोरंडा पारस टोली में रहने वाले हाजी अलीम का। वहीं, मो परवेज आलम, तमीर अहमद, मतीन, मेराजुद्दीन अंसारी, सलाउद्दीन, सफरीन खातून समेत सभी मोहल्लेवासी पानी के लिए जंग लड़ रहे हैं।

रोड पर नाली की गंदगी

लोगों का कहना है कि नाली और रोड की साफ-सफाई हर गुरुवार को होती है। लेकिन, पारस टोली मेन रोड पर पिछले क्0 दिनों से नाली का गंदा पानी बह रहा है। कोई देखने वाला नहीं है। आलम यह है कि नाली की यह गंदगी अब लोगों की दुकानों तक पहुंच रही है। लेकिन इस समस्या का समाधान करने वाला कोई नहीं है।

क्या कहती हैं पार्षद

समस्याएं तो हैं, लेकिन क्या करें लोग चापानल लगाने ही नहीं दे रहे हैं। कोई कहता है-यहां लगाओ। कोई कहता है, वहां लगाओ। आपस में ही सहमति नहीं है। क्म् चापानल बजट में पास हो गए हैं। लेकिन सब बेकार। जल्द समस्याओं का निदान निकालूंगी।

-शशि सिंह, पार्षद, वार्ड ब्7

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पानी की बड़ी समस्या है। वहीं, पिछले क्0 दिनों से नाली का गंदा पानी रोड पर बह रहा है। कोई देखने वाला नहीं है। मेरी दुकान तक गंदा पानी बह रहा है।

-मतीन

चापानल ऐसी जगह पर लगा दिया है कि वहां उसका कोई उपयोग ही नहीं है। सप्लाई पानी ही सहारा है। लेकिन इसका भी पानी कब आएगा, कोई ठीक नहीं रहता है।

तमीर अहमद

नाली की भी समस्या है। रोड पर पानी बह रहा है। चापानल लगा है, जो कुछ लोगों के ही काम आता है। वहीं मोटर वाले सप्लाई पानी टान लेते हैं। हमलोग तो मुंह ताकते रह जाते हैं।

हाजी अहमद

पानी को लेकर बड़ी दिक्कत है। पूरे मुहल्ले में पानी की एक भी टंकी नहीं है। सप्लाई पानी की पाइप तो बिछी है, लेकिन पानी आए तब तो।

शशि सिंह

पारसटोली के ईदगाह मोहल्ले में सप्लाई का पानी नहीं आता है। चापानल की बुरी स्थिति है। पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है।

सलाउद्दीन

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इनका फोटो नहीं है--

पानी ही सबसे बड़ी समस्या है। मेरी गली में एक ही चापानल है। उस पर भी खटाल वालों ने कब्जा कर लिया है। पानी लेने के लिए झंझट हो रहा है।

-मेराजुद्दीन अंसारी

-नाली की सफाई तो होती है, लेकिन पतली होने के कारण जल्दी जाम हो जाती है। इस कारण पानी रोड पर बहने लगता है। घर तक गंदा पानी पहुंच जाता है।

उमेश

पानी की बहुत दिक्कत हो गई है। सप्लाई का पानी आता नहीं। दूसरों के घर जाकर पानी लाते हैं, जो बहुत दूर पड़ता है। चापानल से गंदा पानी आ रहा है।

सफरीन खातून

चापानल से केवल नहाने का काम हो पाता है। इसका लाल पानी पीने लायक नहीं है। पीने के पानी के लिए दूर-दूर तक चक्कर काटना पड़ रहा है। सप्लाई पानी इधर आता नहीं है।

शाहिदा खातून