- कई गांव पानी से घिरे, डोमिनगढ़ पुल पर खतरे के निशान से महज 60 सेमी नीचे रोहिन

- थोड़ा उतरा लगा रोहिन का पानी

GORAKHPUR: नदियों में उफान का सिलसिला अब भी जारी है। कुछ जगह पर बाढ़ ने गांवों को अपनी आगोश में ले लिया है, तो कुछ जगह पानी सड़कों पर आ चुका है। हालत यह है कि नदियों के बढ़ने से जिम्मेदारों के होश उड़े हुए हैं। पिछले 72 घंटों से आफत बरपा रही रोहिन में पानी कम होने लगा है, तो वहीं घाघरा और राप्ती में बढ़त का सिलसिला जारी है। तुर्तीपार में जहां घाघरा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, वहीं दूसरी ओर बर्डघाट में राप्ती भी लाल निशान छूने ही वाली है। त्रिमुहानी घाट में रोहिन का पानी कम हुआ है, लेकिन अब भी यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शनिवार को जंगलकौडि़या, पिपरौली और खोराबार के बाढ़ प्रभावित गांव की संख्या 13 थी।

बचाव में लगा है प्रशासनिक अमला

तेजी से बढ़ रहे पानी के मद्देनजर प्रशासनिक अमला भी पूरी तरह से राहत बचाव कार्य में लगा हुआ है। इसके लिए सभी जनपदों से बाढ़ की वर्तमान स्थिति जानने के लिए प्रोफॉर्मा दिया गया है, जिसमें जिम्मेदारों को दिए गए बिंदुओं पर रोजाना जानकारी उपलब्ध कराना है। इसमें संबंधित तहसील के नाम के साथ ही बाढ़ से बचाव के लिए किए गए उपाय, बाढ़ पीडि़तों को दी गई सहायता, पशुओं की सुरक्षा और चारा, बाढ़ से हुई क्षति और बाढ़ पीडि़तों को दी जा रही सहायता का व्यापाक प्रचार-प्रसार करना शामिल है, जिससे ज्यादा से ज्यादा पीडि़तों को मदद मिल सके।