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AGRA: AGRA: नगर निगम द्वारा नाले-नालियों को तली-झाड़ सफाई की पोल संडे को उस समय खुल गई जब आसमान से बरसात हुई। यह आलम तो तब रहा जबकि बरसात अलग-अलग स्थानों पर थोड़े समय के लिए ही हुई। अगर देर तक पानी बरसता तो हालात और भी अधिक नारकीय हो जाते। उधर, मौसम विभाग का कहना है कि बरसात कम हो रही है। जुलाई माह में भी औसत से कम ही वर्षा हुई।

अलग-अलग बरसा पानी

मौसम विभाग के अनुसार संडे को रुक-रुक कर अलग-अलग हिस्सों में हुई। भले ही थोड़ी देर के लिए बरसात हुई लेकिन, इतने समय में भी अच्छा-खासा पानी जमीन पर गिर गया था। मदिया कटरा, कैलाशपुरी, आवास विकास कॉलोनी, सिंकदरा आदि एरियाज में पानी बरसने से जगह-जगह जलभराव के हालात पैदा हो गए।

लोगों को निकलने में हुई दिक्कत

बरसात से गलियों में जलभराव हुआ तो लोगों को खासी परेशानी से गुजरना पड़ा। सबसे ज्यादा समस्या टू व्हीलर ड्राइव करने वाले लोगों को हुई। पैदल चलने वाले तो सड़क पर पानी भरने की वजह से दुश्वारी में रहे। वर्षा के दौरान पानी के किसी तरह बचते-बचाते हुए लोगों को देखा गया। इस स्थिति ने नगर निगम के उस दावे को खोखला साबित कर दिया जिसमें आगरा की नाले-नालियों की तली झाड़ सफाई की बात कही गई थी।

कम हो रही है बरसात

मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक बरसात के इस सीजन में वर्षा कम हो रही है। संडे को क्ब्.8 एमएम पानी गिरा। बात अगर बीते दो माह की करें तो जून और जुलाई में पानी काफी कम बरसा। विशेषज्ञों की मानें तो इस साल सीजन के शुरूआत में अच्छी बरसात की उम्मीद थी। लेकिन, ऐसा हुआ नहीं। अगर अगस्त माह में भी यही हालत रहा तो खेती-किसानी काफी प्रभावित होगी।