- राजेंद्र नगर एरिया में रहने वालों की आखिरी उम्मीद अब अंदर छिपे नाले पर टिकी

- बंद नाले को खोलने के बजाय नए नाले का किया जा रहा है निर्माण

- इस वजह से हटने के बजाय और भी बढ़ जाएगा पानी

PATNA : एक बार फिर से राजेंद्र नगर भारी जलजमाव की प्राब्लम झेलने के लिए तैयार हो रहा है। क्योंकि बीआरजेपी ने अब तक राजेंद्र एरिया को जलजमाव से बचाने के लिए उसके नीचे बने सौ से अि1ध्ाक नाले की कोई खोज खबर नहीं ली है। जनवरी खत्म हो गया। अब तक इस पर काम शुरू नहीं किया गया है। अब तक इस पर काम करने की दिशा में नगर निगम और बीआरजेपी ने कदम नहीं बढ़ाया है। अगर इन नालों को खोजकर सैदपुर नाला में नहीं मिलाया गया तो फिर बरसात में राजेंद्र नगर की कंडीशन खराब हो जाएगी। नाले की सफाई को लेकर हाईकोर्ट में पीआईएल करने वाले समाजसेवी योगेश कुमार ने बताया कि राजेंद्र नगर के मामले में पूरी तरह लापरवाही बरती जा रही है। अगर टाइम पर नाले की खोजबीन नहीं की गई और उसे सैदपुर नाला से नहीं मिलाया गया तो फजीहत हो जाएगी, क्योंकि जमीन के अंदर के पानी को सैदपुर नाला से मिलाने के बाद ही राजेंद्र नगर का पानी बाहर जा सकता है।

मोईनुल हक स्टेडियम में बना नाला लाएगा परेशानी

दूसरी ओर मोईनुल हक स्टेडियम में ओपेन नाला बना दिया गया है। आसपास के लोगों का मानना है कि अगर इसे यूं ही छोड़ दिया जाएगा तो इस बार की बारिश में मैदान की मिट्टी फिर नाला को ब्लॉक कर देगी। इससे जलजमाव की प्रॉब्लम और अधिक बढ़ेगी। वहीं इस संबंध में नगर निगम को एरिया के एक्सपर्ट विवेक कुमार ने बताया था कि मोइनुल हक स्टेडियम के बगल से डेढ़ फीट चौड़े नाले को चार फीट बना दिया जाए और उसे आगे चौराहा होते हुए डायरेक्ट बांकीपुर ऑफिस तक मिला दिया जाए तो काफी हद तक जलजमाव को कंट्रोल किया जा सकता है।

राजेंद्र नगर एरिया के घरों का पानी कैसे निकलेगा

आशुतोष कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने घर के गेट को दो फीट तक ऊंचा कर लिया है। उन्होंने बताया कि इनके घरों में आने वाले पानी को निकालने का कोई अरेंजमेंट नगर निगम के पास नहीं है। अगर अंदर के नाले को नहीं खोला गया तो फिर सड़क और घर दोनों जगह ही पटनाइट्स को जलजमाव के बीच ही रहना होगा।

चारों चौराहों का ढलान मोईनुल हक स्टेडियम की ओर

योगेश कुमार ने बताया कि राजेंद्र नगर के चारों चौराहों का ढलान मोइनुल हक स्टेडियम की ओर ही है। इस वजह से परेशानी काफी आती है, जबकि राजेंद्र नगर के अंदर के नालों को सही कराकर आसानी से पानी को बाहर निकाला जा सकता है। वहीं बांकीपुर सर्किल के एग्जीक्यूटिव शैलेश कुमार ने बताया कि बीआरजेपी की ओर से जो भी दिशा निर्देश आ रहे हैं। उस पर काम किया जा रहा है। नाला उड़ाही से पहले इंक्रोचमेंट हटाने की प्रक्रिया पर अंतिम निर्णय लिया जा रहा है।

क्9भ्ब् के नक्शे में दिख रहा है सारा नाला

जानकारी हो कि क्9भ्ब् में बने नक्शे में राजेंद्र नगर के नीचे सौ से अधिक नाले को दिखाया गया है। इन नालों का अभी कोई पता नहीं चल पा रहा है। इस वजह से एरिया के घरों का पानी घर में ही अटक जा रहा है। वहीं नगर निगम की मानें तो इन नालों के ऊपर लोगों ने पार्किंग बना रखा है। इन तमाम नालों को खोलने की जरूरत है।