सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की पेयजल एवं स्वच्छता तथा गन्ना विकास विभाग की समीक्षा बैठक

विभाग का दावा 151 टैंकरों से हो रही पेयजल आपूर्ति

DEHRADUN:

सूबे की फ्क्म् बस्तियों में पानी की समस्या बनी हुई है। सीएम ने पानी के संकट को देखते हुए पेयजल स्त्रोतों के नये सर्वे और मैपिंग के कार्य को तेजी से करने के निर्देश दिए। मंगलवार को सचिवालय में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के साथ उनके विभागों पेयजल एवं स्वच्छता तथा गन्ना विकास विभाग की समीक्षा की। सीएम ने गर्मी में पानी की समस्या के बारे में जानकारी मांगी। बताया गया कि इस साल कुल फ्क्म् बस्तियों में पेयजल की समस्या आई है। जिसमें क्भ्क् टैंकरो से पेयजल आपूर्ति की जा रही है् जबकि पिछले साल ब्7ब् बस्तियों में समस्या आई थी, जिनके लिए क्9क् टैंकरों का उपयोग किया गया था।

पानी को लेकर किया जाए जागरूक

सीएम ने देहरादून सहित प्रदेश के विभिन्न भागों में घटते पेयजल स्त्रोतों और भू-जल स्तर पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता समितियों, मंगल दलों और स्कूली छात्र-छात्राओं को भी जल स्त्रोतो की अवस्था व देख-रेख के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने छोटे-छोटे जलाशयों को बनाकर ग्राउंड वॉटर रिचार्ज और पेयजल आपूर्ति करने हेतु ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश के कुल 9ख् नगरों में ख्म् में सीवर की व्यवस्था की गई है। सभी नगरों में सीवरेज प्रणाली और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए ब्ख्ख्9 करोड़ रूपये की आवश्यकता है।

बाजपुर में ख्ख् मेगावाट एवं नादेही में क्म् मेगावाट की योजना प्रस्तावित

गन्ना विकास विभाग की समीक्षा करते हुए सीएम ने सरकारी चीनी मिलों के बढ़ते घाटे पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्हें घाटे से उबारने और आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। किसानो के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के विषय पर सीएम ने अधिकारियों को वित्त विभाग के साथ बैठक कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि नादेही और बाजपुर चीनी मिलों के आधुनिकीकरण की कार्यवाही कर दी गई है और इन मिलों में को-पावर जनरेशन के लिए यूजेवीएनएल द्वारा अनुबंध भी किया जा चुका है। बाजपुर में ख्ख् मेगावाट एवं नादेही में क्म् मेगावाट की योजना प्रस्तावित है।