- पिछले एक साल में शहर में केवल दो ट्यूबवेल लगा पाया जलकल

- हैंडपंप के कार्यो में जल निगम ने भी बरती है लापरवाही

GORAKHPUR: गर्मी के मौसम में पानी की भारी किल्लत झेलने वाले अपने शहर को जलकल की लापरवाही इस बार भी प्यासा मारने वाली है। इस वित्तीय वर्ष में विभाग के पानी सप्लाई से जुड़े कार्यो की हालत देखकर तो ऐसा ही लग रहा है। जलकल के जिम्मेदारों की उदासीनता का हाल ये है कि पिछले एक साल में शहर के 68 प्रतिशत पानी सप्लाई वाले एरिया में कार्यो के नाम पर केवल कोरम पूरा किया गया है। बीते एक साल में जलकल को शहर में लगभग 15 नए ट्यूबवेल लगाने थे, लेकिन अभी तक केवल आठ ट्यूबवेल ही लग सके हैं। जबकि रिबोर किए जाने वाले 20 ट्यूबवेल्स में से अभी तक केवल पांच पर ही कार्य हो सका है।

हैंडपंप का भी बुरा हाल

वहीं, इस वित्तीय वर्ष में जिला योजना समिति की ओर से 100 नए इंडिया मार्का हैंडपंप लगाने और 100 हैंडपंप के रिबोर का पैसा मिला। नगर निगम कार्यकारिणी ने एक प्रस्ताव पास किया कि यह पूरा कार्य जलकल से न कराकर जल निगम से कराया जाए। लेकिन जल निगम ने भी कार्य में लापरवाही बरती। हाल ये है कि यह वित्तीय वर्ष समाप्त होने वाला है, लेकिन अभी तक केवल 20 नए हैंडपंप ही लगाए गए हैं। वहीं, रिबोर के नाम पर भी कुछ ही हैंडपंप रिबोर हो सके हैं। जलकल के आंकड़ों की मानें तो शहर में 1.25 लाख घर हैं, जिनमें 75 से 80 हजार घरों में जलकल पानी सप्लाई करता है। इनमें 20 से 25 हजार घर ऐसे हैं, जो पूरी तरह जलकल की सप्लाई पर ही निर्भर हैं। वहीं लगभग 10 हजार ऐसे घर हैं जिनके यहां पिछले एक सप्ताह से सप्लाई व्यवस्था डगमगाई हुई है।

यहां है जलकल की supply

जलकल विभाग शहर के 68 प्रतिशत एरिया में पानी सप्लाई करता है। इस एरिया को 21 जोन में बांट कर आपूर्ति संचालित की जाती है। बेतियाहाता, रायगंज, सिविल लाइंस, अलीनगर, लालडिग्गी, राजघाट, तिवारीपुर, मोहद्दीपुर, नौसढ़, शाहपुर, हुमायूंपुर, गोरखनाथ, लच्छीपुर, नथमलपुर, बशारतपुर, फतेहपुर, चरगांवा, सालिकराम, रुस्तमपुर, महादेव झारखंडी और नंदानगर एरिया इसमें शामिल हैं। इसमें बेतियाहाता, रायगंज, राजघाट, लालडिग्गी एरिया के 80 प्रतिशत घर पूरी तरह जलकल की सप्लाई पर निर्भर हैं।

पिछले साल के हंगामे

- फरवरी 2016 में हड़हवा फाटक के साकेत नगर के पास एक ट्यूबवेल लगा। अप्रैल माह में इसके पानी के साथ बालू निकलने लगा। इसे लेकर लोगों ने हड़हवा फाटक जाम किया, उसके बाद फिर से ट्यूबवेल रिबोर हुआ।

- 25 अगस्त से घासीकटरा एरिया में पानी सप्लाई ठप थी। कंप्लेन पर पब्लिक को एक ही जवाब मिलता कि ट्यूबवेल तो लगा है। 27 अगस्त की रात पानी की मांग को लेकर पब्लिक ने हंगामा कर दिया। आनन-फानन में पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट के सामने नगर निगम अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि नया ट्यूबवेल लगाया जाएगा।

एक अप्रैल को सिधारीपुर और सूरजकुंड एरिया में पानी सप्लाई करने वाले दो ट्यूबवेल सूख गए। 10 अप्रैल को पब्लिक ने पार्षद के घर हंगामा किया तो पार्षद ने सिधारीपुर का मिनी ट्यूबवेल खुद जाकर चालू कराया। उसके बाद भी मामला नहीं सुलझा तो 15 अप्रैल को पब्लिक ने सूरजकुंड एरिया की मुख्य सड़क पर चक्का जाम कर दिया।

- 25 मई को पानी की प्रॉब्लम को लेकर नरसिंहपुर के नागरिकमों ने हंगामा कर दिया। बाद में इस एरिया की सप्लाई पाइपलाइन को जाफरा बाजार के ट्यूबवेल से जोड़ा गया।

- पिछले एक साल से कौआदह, शेषपुर और गीता प्रेस एरिया में पानी में बालू की प्रॉब्लम बनी हुई है

- दिलेजाकपुर में भी पानी को लेकर दो बार जून माह में हंगामा हुआ। उसके बाद यहां पर ट्यूबवेल रिपेयर किया गया।

- रुस्तमपुर एरिया में पानी सप्लाई की घटिया क्वालिटी की दर्जनों बार नगर निगम में कंप्लेन हो चुकी है।