शहरों में बढ़ेगा पानी का टैरिफ

गांवों में भी पानी से कमाई का जुगाड़

DEHRADUN(24 April) इस बार पदेश में बिजली के रेट नहीं बढ़े पर जल संस्थान पानी का टैरिफ बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। हर वर्ष की तरह जन संस्थान इस बार अप्रैल में पेयजल का टैरिफ इस लिए नहीं बढ़ा सका क्योंकि बिजली के रेट कम हुए थे, ऐसे में अब विभागीय समिति बनाकर गुपचुप टैरिफ संशोधन की कवायद की जा रही है।

मुफ्त के पानी से कमाई का प्लान

जल संस्थान गलोगी, बांदल, मॉसी फॉल जैसे प्राकृतिक स्त्रोतों से दून में वाटर सप्लाई करता है। इसके अलावा कुछ नलकूप भी लगाए गए हैं। इन सबके लिए सरकार भूजल दोहन का चार्ज वसूलने की तैयारी में है। सवाल यह है कि मुफ्त के पानी से भी कमाई की प्लानिंग में पब्लिक के हित कहां खो गए। दूसरी तरफ अंग्रेजों के जमाने की पाइप लाइन अब तक नहीं बदली गई है। मरमत कर खानापूर्ति हो रही है।

भू जल दोहन का चार्ज लगेगा

पेयजल उपभोक्ताओं से हर वर्ष बिजली के रेट बढ़ने के नाम पर टैरिफ में बढ़ाकर अच्छी-खासी वसूली की जा रही थी। इस बार बिजली सस्ती हो गई तो पानी के रेट में बढोतरी नहीं हो पाई। ऐसे में पेयजल मंत्री प्रकाश पंत, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य को शामिल कर एक कमेटी बनाई गई है.सूत्रों की मानें तो बिना खर्च बढ़े टैरिफ दरों में बदलाव के साथ ही भू-जल दोहन का भी चार्ज वसूलने की तैयारी चल रही है।

बिजली सस्ती, पानी महंगा क्यों?

बिजली के रेट इस बार नहीं बढ़े हैं, ऐसे में जल संस्थान पर कोई अतिरिक्त लोड नहीं पड़ा है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि जल संस्थान द्वारा पानी के टैरिफ क्यों बढ़ाए जा रहे हैं।

गांवों में कमाई का जुगाड़

ग्रामीण इलाकों में भी सोलर ड्यूल पंप्स के माध्यम से हैंडपंप्स से पानी खींचा जाएगा और उसे डायरेक्ट पेयजल लाइन में सप्लाई करने की योजना पेयजल निगम ने बनाई है। ग्रामीण इलाकों में पानी की किल्लत दूर करने के लिए चल रहे सोलर पंप सैट लगाने के पीछे जल निगम कमाई की प्लानिंग कर रहा है। इन पंप्स से घरों तक पाइप लाइन बिठाकर वाटर सप्लाई दी जाएगी, लेकिन इसके लिए हर घर से बिल वसूला जाएगा।

विभाग करेगा कमाई

गांवों में अभी तक लोग या तो सीधे हैंडपंप से पानी भरते हैं या फिर हैंडपंप्स पर लगाए गए ड्यूल सोलर पंप से टैंक में स्टोर कर स्टैंड पंप के जरिए फ्री में इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन अब अब पहली बार ग्रामीण इलाकों में हैंडपंप का पानी पाइप लाइन का नेटवर्क बिछाकर घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके बदले बिल वसूला जाएगा।

स्टैंड पंप अभी भी फ्री होगा।

इन गांवों में वाटर सप्लाई प्लान

बाड़वाला, नेहरूवाला खालसा, कुंजाग्रांट, आदूवाला, टिपरपुर, लक्ष्मीपुर, फुलसनी, आरकेडिया, कोठला संतूर, ईस्ट होप टाउन, सुंदरवाला, रांझावाला, लाडपुर, मंगलूवाला।

सोलर कम हैंडपंप से एक दिन में 10 हजार लीटर पानी हैंडपंप में एक डीसी की सबमर्सिबल मोटर डाली जाती है। जिसे 900 वाट के सोलर पैनल से जोड़कर वाटर टैंक में भरकर स्टैंड पोस्ट के जरिए वितरित किया जाता है। इससे एक दिन में 10 हजार लीटर तक पानी की आपूर्ति की जा सकती है। देहरादून जिले के ग्रामीण इलाकों में अब तक 61 सोलर ड्यूल पंप लगाए जा चुके हैं। कई इलाकों में इनसे पानी की सप्लाई भी दी जा रही है। बाकी हैंडपंप्स को भी सोलर ड्यूल पंप से जल्द ही कनेक्ट किया जाएगा।

वर्जन

वर्ष 2013 से लागू दरों पर हर वर्ष हाउस टैक्स के आधार पानी का टैरिफ हर वर्ष बढ़ता है। इस बार टैरिफ बढ़ाने में कुछ देर हो गई .टैरिफ संशोधन करने का शासन से आदेश हो चुके हैं।

एसके गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक, जल संस्थान

दूर-दराज के गांव में सोलर ड्यूल पंप लगाकर इसे नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। पहली बार घर-घर तक पानी पहुंचाया जाएगा। हालांकि इस संबंध में पानी के बिल को लेकर अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है।

जीतेंद्र देव, अधिशासी अभियंता, पेयजल निगम