-गिरफ्तारी देने एसएसपी आवास पहुंचे अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन

-गोमतीनगर थाने में दर्ज रेप के मुकदमे की जांच लंबित होने से थे नाराज

LUCKNOW: या तो हमें अरेस्ट करो या फिर हमारे खिलाफ दर्ज मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाओ। यह कहना था पिछले डेढ़ साल से रेप का आरोप झेल रहे आईपीएस अमिताभ ठाकुर और मामले में उनकी कथित मददगार पत्नी नूतन ठाकुर का। ठाकुर दंपति मुकदमे में सुबूत न मिलने के बावजूद पुलिस की लचर जांच से परेशान होकर एसएसपी मंजिल सैनी से गुहार लगाने पहुंचे थे। एसएसपी ने उनकी पूरी बात सुनने के बाद एक महीने में पुलिस कार्रवाई पूरी कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ठाकुर दंपति वापस लौट गए।

सीओ पर लापरवाही का आरोप

आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ 13 जुलाई 2015 में गोमतीनगर थाने में गाजियाबाद निवासी एक महिला ने रेप का मामला दर्ज किया गया था। महिला का आरोप था कि अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने उसे नौकरी दिलाने का लालच देकर अपने घर बुलाया। जहां उनकी मदद से अमिताभ ठाकुर ने उसके संग दुराचार किया। हालांकि, जांच-पड़ताल में महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे पाए गए थे। न तो उसकी व ठाकुर दंपति से मोबाइल पर कभी बातचीत होने के प्रमाण मिले और न ही घटना के बताए वक्त व दिन वह अमिताभ ठाकुर के घर के आसपास मौजूद थी। आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने एसएसपी मंजिल सैनी को बताया कि उनके खिलाफ यह मामला राजनीतिक दबाव के चलते दर्ज किया गया। जिसकी वजह से मामले के विवेचक सीओ गोमतीनगर सत्यसेन यादव ने कोई सुबूत न होने के बावजूद इसे लंबित रखा हुआ है।

एक महीने में निस्तारण का आश्वासन

अमिताभ ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने 11 जुलाई 2015 को हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी थी। इसी के दो दिन बाद यह महिला गोमतीनगर थाने में प्रकट हुई और उसने उन पर रेप का झूठा आरोप लगाते हुए तहरीर दे दी। उन्हें धमकी मिलने के मामले में तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की लेकिन, उनके खिलाफ रेप के झूठे मुकदमे में बिना जांच-पड़ताल एफआईआर दर्ज कर ली गई। अमिताभ का कहना था कि अगर वह दोषी हैं तो उन्हें अरेस्ट किया जाए और अगर निर्दोष हैं तो फिर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाई जाए। एसएसपी मंजिल सैनी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि एक महीने के भीतर इस मामले का निस्तारण कर दिया जाएगा।

आईजी-एसएसपी में तकरार

इससे पहले अमिताभ और मंजिल सैनी के बीच तकरार भी हुई। आईपीएस अमिताभ ने एसएसपी सैनी पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया। जिस पर एसएसपी ने भी अमिताभ ठाकुर से कहा कि अगर उन्हें कोई शिकायत है तो वह उनकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कर सकते हैं। उधर, अमिताभ ठाकुर द्वारा रविवार सुबह 11 बजे एसएसपी आवास पहुंचकर अरेस्टिंग देने का एलान करने के मद्देनजर एसएसपी आवास पर सुबह से ही भारी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया था। एसएसपी आवास पर एएसपी क्राइम डॉ। संजय कुमार, सीओ हजरतगंज अवनीश कुमार मिश्र और सीओ गोमतीनगर सत्यसेन यादव भी मौजूद थे।