- दून में रिमझिम बारिश से टेंप्रेचर गिरा

- मसूरी की पहाडि़यों पर गिरी बर्फ

- चारों धामों में अच्छी बर्फ गिरने की खबर

DEHRADUN: बारिश को लेकर मौसम की भविष्यवाणी मंडे को सच तो साबित हुई लेकिन बारिश उम्मीद से कम हुई। हालांकि, मसूरी और चकराता की पहाडि़यों में झमाझम बर्फबारी हुई। दून में इस दौरान 2 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के चलते शहर के टेंप्रेचर में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।

सुबह शुरू हुई बारिश

देहरादून में बारिश सुबह होने के साथ ही शुरू हुई। बादलों के गड़गड़ाहट के बीच लोगों को अच्छी बारिश पड़ने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। सुबह कुछ घंटों तक रिमझिम बारिश पड़ने के बाद दोपहर को मौसम खुल गया। दोपहर बाद एक बार फिर बादलों के आमद से बारिश की उम्मीद जगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

मैक्सिमम टेंप्रेचर गिरा

बारिश के कारण मंडे को दून के मैक्सिमम टेंप्रेचर में गिरावट दर्ज की गई। संडे को शहर का मैक्सिमम टेंप्रेचर नॉर्मल से 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा 26 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि मंडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर 19.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो नॉर्मल से 2 डिग्री सेल्सियस कम था। मंडे को मिनिमम टेंप्रेचर बढ़कर 11.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो नॉर्मल से 3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। संडे को मिनिमम टेंप्रेचर 7.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।

आज भी छाये रहेंगे बादल

मौसम विभाग ने ट्यूजडे को देहरादून में आंशिक रूप से बादल छाये रहने और कुछ क्षेत्रों में गर्जन वाले बादल बनने की संभावना जताई है, हालांकि बारिश आने की कोई संभावना नहीं है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी मामूली रूप से बादल छाये रहने और कुछ हिस्सों में हल्की बारिश या बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।

बारिश का लुत्फ उठाया

बेशक दून में कुछ घंटे ही रिमझिम बारिश पड़ी, लेकिन इस बारिश को दूनाइट्स से जमकर लुत्फ उठाया। पिछले दिनों दून में गर्मी की आहट महसूस होने लगी थी, बारिश से एक बार फिर लौटी ठंड से लोगों ने राहत की सांस ली। बड़ी संख्या में दूनाइट्स मसूरी और धनौल्टी की तरफ चले गये। शहर के पार्को और बाजारों में भी शाम को रौनक रही।

हॉस्पिटल से किया परहेज

बारिश के कारण दून के लोगों ने हॉस्पिटल आने से भी परहेज किया। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में आमतौर पर मंडे को 17 हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन होते हैं, लेकिन आज मात्र 1200 रजिस्ट्रेशन हुए। दोपहर बाद एक बजे तक हॉस्पिटल में ओपीडी खाली हो चुकी थी।

मसूरी में बर्फबारी

मसूरी की आसपास की पहाडि़यों पर मंडे को अच्छी बर्फबारी हुई। हालांकि मसूरी में बर्फबारी की उम्मीद से बड़ी संख्या में लोग मसूरी पहुंचे, लेकिन मसूरी में हल्का हिमपात ही हुआ। उधर धनौल्टी में अच्छी बर्फबारी हुई, जिसका यहां पहुंचे टूरिस्ट्स में लुत्फ उठाया। सुरकंडा और नागटिब्बा की पहाडि़यों पर भी बर्फ गिरी। देहरादून जिले के चकराता में भी अच्छी बर्फबारी होने की खबर है।

ऊंची पहाडि़यां हुई लकदक

राज्य के सभी ऊंची पहाडि़यों पर मंडे को अच्छी बर्फबारी दर्ज की गई। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सहित कैलास मानसरोवर मार्ग बर्फ से लकदक हो गया।

किसानों को राहत

प्रदेश में लंबे समय से शुष्क मौसम का असर गेहूं की फसल पर पड़ रहा था। कृषि और राजस्व विभाग के प्रारंभिक सर्वेक्षण के अनुसार सात जिलों में गेहूं की फसल को 10 से 30 फीसद का नुकसान हुआ है। अब बारिश होने से किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। सेब उत्पादकों को भी इस बारिश से राहत मिली है।

कुछ राहत वन विभाग को भी

मंडे की बारिश से वन विभाग को भी कुछ राहत मिली है। इस बारिश के बाद राज्य के जंगलों में आग लगने की घटनाओं से कुछ हद तक राहत की संभावना है। हालांकि अब तक हुई कम बारिश के कारण यह राहत बहुत दिनों तक रहने की उम्मीद कम है।