- वन विभाग ने माना होटल स्टाफ से हुई गलती

- निजी होटल में विभाग की बैठक में प्लास्टिक की बोतल से पानी पी रहे थे गेस्ट

- प्रधान सचिव ने लगाई है सभी सरकारी बैठक और सम्मेलन में प्लास्टिक की बोतलों के उपयोग पर पाबंदी

PATNA : शनिवार को आरण्य भवन में वेटलैंड्स पर कोर ग्रुप की हुई बैठक में कहीं प्लास्टिक की बोतल नजर नहीं आई। यह सब हुआ आई नेक्स्ट की खबर से। मालूम हो कि फ्0 अप्रैल के अंक में 'नियम की धज्जियां, आदेश हुए पानी-पानी' खबर को तस्वीर के साथ प्रकाशित की गई, जिसके बाद विभाग को अपने ही आदेश की याद आई और नतीजा सामने है।

बता दें कि बिहार में वेटलैंड्स की पहचान को लेकर पटना में दो दिवसीय बैठक हुई। पहले दिन एक निजी होटल में हुई बैठक में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के म्0 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए। जो धड़ल्ले से प्लास्टिक की बोतल से पानी पीते नजर आए थे। इसमें वन और पर्यावरण विभाग के अधिकारी भी थे। जबकि दिसंबर ख्0क्ब् में वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव तथा जुलाई ख्0क्भ् में चीफ सेक्रेटरी ने सभी विभागों को प्लास्टिक वाटर बोतल के इस्तेमाल पर रोक लगाने का निर्देश दिया था।

होटल स्टॉफ की गलती से ऐसा हुआ। उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी इसलिए गेस्ट को प्लास्टिक की बोतल में पानी सर्व कर दिया। हालांकि इसे बाद में हटा दिया गया और फिर लोगों को शीशे के ग्लास से पानी दिया गया। आरण्य भवन में प्लास्टिक की बोतलों पर पूर्ण प्रतिबंध है।

-डॉ सुरेश प्रसाद, इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंट सेल।