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Whatsapp group में जुड़े होंगे सभी जिम्मेदार officer

जन मिलन में आने वाली शिकायतें ग्रुप में होंगी शेयर

ग्रुप में ही करना होगा साल्यूशन को अपडेट

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: प्रशासन को भी अब सोशल मीडिया की महत्ता समझ में आ गई है। क्विक रिस्पांस और ईजी मॉनिटरिंग होने के चलते प्रशासनिक अफसरों ने भी इस प्लेटफॉर्म का बेहतर यूज पब्लिक हित में सुनिश्चित करने का फैसला लिया है। प्लान तैयार किया जा चुका है और इम्प्लीमेंटेशन का टाइम भी फिक्स कर दिया गया है। सोशल मीडिया के थ्रू होने वाले कम्युनिकेशन का डाटा मेंटेन करने का ड्यूरेशन फिक्स कर दिया गया है।

आनलाइन नहीं मिले तो कर दिए जाएंगे आफलाइन

क्विक कम्युनिकेशन का सबसे बेहतर जरिए वर्तमान में ह्वाट्सएप है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें वन टु वन कम्युनिकेशन की सुविधा है और यह भी पता चल जाता है कि किसने किस मैसेज को कब देखा। कब वह आनलाइन है और कब ऑफलाइन। इस बेहतरीन टूल को प्रशासन अब पब्लिक को सुविधा देने में इस्तेमाल करने जा रहा है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर चल रहे अफसरों के जनमिलन प्रोग्राम में शिकायतें लेकर पब्लिक नौ से 11 बजे के बीच आती है और इसका साल्यूशन देने वाले बाकी अफसरों व बाबुओं के ऑफिस पहुंचने की टाइमिंग दस बजे है। यानी दूसरे अफसर और बाबू टाइम से भी पहुंचें तो भी एक घंटे तक फरियादी को कोई साल्यूशन नहीं मिलना है। इसी के चलते तय किया गया है कि सुबह नौ से 11 बजे तक सभी विभागों के ग्रुप से जुड़े सभी लोग अनिवार्य रूप से आनलाइन रहेंगे। जो आनलाइन नहीं रहेंगे उन्हें बड़े अफसर ऑफलाइन कर देंगे।

ACM III को जिम्मेदारी

डीएम संजय कुमार समेत सभी अफसर खुद जनमिलन केन्द्र में सुनवाई करते हैं। डीएम के पास आने वाली शिकायतें तमाम दूसरे विभागों की होती हैं जिनका साल्यूशन संबंधित विभाग के अफसर ही दे सकते हैं। इस अड़चन को देखते हुए शनिवार को जनमिलन केंद्र के दौरान डीएम ने एसीएम तृतीय विकास सिंह को ह्वाट्सएप ग्रुप बनाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों का विभागवार अलग-अलग ग्रुप बनाकर जोड़ दिया जाए। आने वाली शिकायतों को संबंधित अधिकारी के ग्रुप में शेयर किया जाए और यह तय किया जाय कि उसका निस्तारण उसी दिन सुबह 9 से 11 बजे के बीच किया जाएगा।

शिकायतों की बनेगी कैटेगिरी

प्रशासन ने ह्वाट्सएप के इस्तेमाल का जो खाका खींचा है उसमें शिकायतों को भी कैटेगराइज किया जाएगा। ए, बी, सी श्रेणी में इसे बांटा जाए। ए श्रेणी की शिकायतों का निस्तारण उसी दिन करना अनिवार्य होगा। बी श्रेणी की शिकायतों को तीन दिन और सी श्रेणी की शिकायतों को एक सप्ताह के भीतर निस्तारित किया जाएगा। ईजी मॉनिटरिंग के लिए प्रत्येक विभाग को एक कोड भी आवंटित होगा और कोडवार शिकायतें कम्प्यूटर पर फीड होंगी।

अधिकारियों को दिए निर्देश

जनमिलन केंद्र के दौरान फतेहपुर बिछुवा निवासी शीला ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत लाभांवित किए जाने की मांग की। फूलपुर की मुन्नीदेवी ने गांव में शौचालय बनवाने के बाद भुगतान नही किए जाने की शिकायत की। इस पर डीएम ने डीपीआरओ और वीडीओ को कार्यवाही के निर्देश दिए। किराएदारी कब्जे को लेकर उपजे विवाद में डीएम ने एडीएम सिटी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए। अधिकारियों से कहा कि शिकायतों को गंभीरता से संज्ञान में लिया जाए और शिकायतकर्ताओं से विनम्रता से पेश आएं।

ग्रुप की खास बातें

एक ग्रुप प्रशासन का होगा जिसमें सभी विभागों के अफसर होंगे

विभाग स्तर पर सभी अफसर अपने ग्रुप बनाएंगे जिसमें कर्मचारी भी जुड़ेंगे

हर शिकायत को मिलेगा एक कोड नंबर, फारवर्ड होगी जिम्मेदार के पास

कोर्ड के अनुसार समाधान के साथ करना होगा रिवर्ट

शिकायतों की बने कैटेगिरी, हर कैटेगिरी में साल्यूशन देने के लिए निर्धारित होगी दिनों की संख्या

इन्हें कम्प्यूटर में भी फीड किया जाएगा ताकि डाटा सुरक्षित रहे

कैटेगिरी और समाधान टाइमिंग

ए श्रेणी की शिकायतों को सेम डे निस्तारित किया जाएगा

बी श्रेणी की शिकायतों को निस्तारित करने के लिए मिलेगा तीन दिन का मौका

सी श्रेणी की शिकायतों को निस्तारित करने के लिए सात दिन दिए जाएंगे

ह्वाट्सएप पर मॉनिटरिंग ईजी है। इससे टाइम सेविंग होगी और पब्लिक को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत होगी। इसी के चलते इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने का फैसला लिया गया है।

संजय कुमार

डीएम, इलाहाबाद