-सीएसए के 18वें दीक्षांत समारोह मे 27 ब्वॉयज व 10 ग‌र्ल्स को मेडल मिले

-वाइस चांसलर ने नहीं चांसलर ने दीक्षोपदेश दिया, रिपीटेशन पर लगे ठहाके

-27 परसेंट मेडल पर ग‌र्ल्स का कब्जा, महिला सशक्तीकरण की तरफ कदम बढ़े

-जब मेडल नहीं मिलने लगे तो गवर्नर ने खुद कमान संभाली और मैनेज किया

KANPUR : इंडिया को विकास के पथ पर दौड़ाना है तो रिसर्च की फील्ड पर फोकस करना होगा। एग्रीकल्चर की फील्ड में रिसर्च को ज्यादा महत्व नहीं मिल रहा है। जब तक एग्री के फील्ड में रिसर्च को बजट नहीं मिलेगा तब तक देश तरक्की नहीं कर पाएगा। अपने देश का बेस कृषि है। एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट में इन्फ्रास्ट्रक्चर है साइंटिस्ट हैं उन पर सैलरी खर्च हो रही है, लेकिन रिसर्च के लिए बजट नहीं है। इसी पर फोकस करने की जरूरत है। करीब 65 साल पहले की तुलना में 5 गुना खाद्यान का उत्पादन बढ़ा है। फ्यूचर में नॉलेज के साथ टेक्नोलॉजी का संगम देश को आगे बढ़ाएगा। यह विचार सीएसए यूनिवर्सिटी के 18वें दीक्षांत समारोह के चीफगेस्ट रानी लक्ष्मीबाई सेंट्रल एग्री यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ। पंजाब सिंह ने दीक्षांत समारोह को एड्रेस करते हुए व्यक्त किए।

519 को डिग्री, 37 को मेडल

सीएसए के कैलाश ऑडिटोरियम में आयोजित प्रोग्राम का इनॉग्रेशन चीफ गेस्ट डॉ। पंजाब सिंह व गवर्नर श्रीराम नाइक और वीसी प्रो। सुशील सोलोमन ने दीप जलाकर किया। गवर्नर ने दीक्षांत समारोह को शुरू करने की परमीशन दी। वीसी डॉ। सुशील सोलोमन ने चीफ गेस्ट व कुलाधिपति को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्रोग्राम का संचालन डॉ। नौशाद खान ने किया। इस मौके पर सीएसजेएमयू वीसी प्रो। जेवी वैशम्पायन, एचबीटीयू वीसी प्रो। एमजेड खान, प्रो। राजेन्द्र सिंह, डॉ। राजेन्द्र प्रसाद, डॉ। विनीता सिंह, डॉ। धूम सिंह मौजूद रहे।

कुलपति की भूमिका में गवर्नर

मेरीटोरियस को मेडल देने के टाइम मिस मैनेजमेंट होने लगा तो गवर्नर के स्टाफ और उन्होंने खुद कमान संभाली और कहा कि सर्टिफिकेट बाद में देंगे मेडल दे दो। मेडल वितरण में खड़े कुलाधिपति ने कहा कि अगर हो गया हो तो बैठने के लिए कहिए इस पर ठहाके लगे। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को अपडेट करने के बाद आज गवर्नर ने रि-लांच किया। इसके अलावा डॉ। विवेक त्रिपाठी, डॉ। डीपी सिंह समेत कई प्रोफेसर्स की बुक्स का विमोचन किया। कुलपति जब दीक्षोपदेश सही ढंग से नहीं दे पाए तो गवर्नर ने खुद दीक्षोपदेश देना शुरू किया तो छात्र रिपीट करने लगे। कुलाधिपति ने लास्ट में कहा कि आपका जीवन मंगलमय हो इस पर छात्रों ने भी कहा कि आपका जीवन मंगलमय हो तो ठहाके लगे और गवर्नर ने कमेंट भी किया।

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लैब की सफलता किसानों तक पहुंचे

दीक्षांत समारोह में बोलते हुए गवर्नर ने कहा कि अब अवसर आ गया है कि अब आकाश में उड़ान भरें। हालांकि गुरुजनों व पेरेंट्स को कभी न भूलने की नसीहत स्टूडेंट्स को दी। उन्होंने आज शहीद चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल और समाजवाद का अगुवाई करने वाले डॉ। राम मनोहर लोहिया को याद किया। चांसलर ने कहा कि चीफ गेस्ट की स्पीच आपकी लाइफ में बहुत काम आएगी। कृषि की फील्ड में महिलाओं ने दखल देना शुरू कर दिया है, यह अच्छी बात है और महिला सशक्तीकरण की दिशा में अच्छा कदम है। उन्होंने साफ कहा कि लैब की सफलता किसानों तक हर हाल में पहुंचाएं।

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गवर्नर ने दी सीख

गवर्नर ने स्टूडेंट्स को 4 सक्सेज मंत्रा भी दिए, जिसमें कि मुस्कुराना, एप्रीशिएट, किसी का अनादर न करना, जो भी करो दिल से करने की सीख दी।

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इन्हें मिले मेडल

चांसलर गोल्ड मेडल शेषनाथ पांडेय, शाह आलम, पुष्पेन्द्र कुमार, वीर विक्रम सिंह, प्रशांत कुमार, अमित पोरवाल, सुभान रायजादा, रवी कुमार मिश्रा, विष्णु अवस्थी, प्रगति यादव को मिला। वीसी सिल्वर मनीषा सैनी, मनु त्रिपाठी, अंजली मौर्या, वीरेन्द्र पटेल, कीर्ति गोस्वामी, नंदन सिंह, प्रिया, दुर्गालाल, सोमेश, रानीदेवी को मिले। वीसी ब्रांज मेडल सौरभ गोविन्द राव, करले स्नेहल आनंद, आदित्य पांडेय, शिव पूजन यादव, सविता, अरशद हुसैन, संजीत कुमार, निखिल भारद्वाज, आनंद कुमार सिंह, मो.टी खान को मिले। नेहा व प्रदीप कुमार को स्पांशर मेडल प्रदान किए गए।

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- 519 स्टूडेंट को डिग्री प्रदान की गई

- 28 मेरीटोरियस को पीएचडी प्रदान की गई

- 10 मेरीटोरियस को चांसलर गोल्ड

- 10 स्टूडेंट को वीसी सिल्वर

- 10 स्टूडेंट को वीसी ब्रांज

- 7 स्टूडेंट को स्पॉन्सर मेडल दिए गए