-ट्रैक मेंटीनेंस की कमी से रेल हादसों की रहती है आशंका

-पिछले कुछ वक्त में ट्रैक मेंटेनेंस में कमी के चलते बढ़े हैं हादसे

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: एक तरफ रेलवे में ट्रैक मेंटेनेंस में लापरवाही के चलते हादसों की आशंका लगातार बनी हुई है। इसके बावजूद एनसीआर रेलवे में 18 ट्रैक मेंटेनर कर्मचारी पिछले कई वर्षो से गायब हैं। यह खुलासा रेलवे द्वारा जारी एक रिपोर्ट में किया गया है।

बड़ी डिग्री वाले ज्यादा

यह खुलासा तब हुआ जब रेलमंत्री ने अचानक से बढ़े रेलवे हादसों की तफ्तीश शुरू की। रेल मंत्री को इनके चिन्हीकरण की जरूरत तब पड़ी जब उन्होंने अचानक बढ़े रेल हादसों की तह तक जाने का प्रयास किया। बताया जा रहा है इनमें सबसे ज्यादा संख्या उनकी है, जिनके पास ज्यादा पोस्ट के मुताबिक बड़ी डिग्रियां थीं। ट्रैक मेंटेनर के साथ ही ग्रुप डी के लिए रेलवे ने हाईस्कूल पास व आईटीआई का मानक निर्धारित कर रखा है। लेकिन बड़ी संख्या में बीटेक-एमटेक पास इंजीनियर भी ट्रैक मेंटेनर के पद पर भर्ती हो चुके हैं। इन्होंने नौकरी तो ज्वॉइन कर ली, लेकिन मेहनत नहीं कर पा रहे हैं।

मेहनत से परहेज

बताया जा रहा है कि रेलवे के इन गायब कर्मचारियों में अधिकतर नौकरी छोड़ चुके हैं। अधिकारियों का तर्क है कि ट्रैक मेंटेनर की जिम्मेदारी निभाना बहुत ही मेहनत वाला काम है। इसमें ड्यूटी के दौरान कर्मचारी को कंधे पर औजार का बोझ लादकर कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है। गर्मी, जाड़ा, बरसात हर मौसम में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।

सीएजी ने संसद में सौंपी रिपोर्ट

ट्रैक मेंटेनेंस में लापरवाही से ही रेलवे में बड़े-बड़े हादसे हुए हैं।

-13 मार्च को संसद में सीएजी ने भी अपनी रिपोर्ट में इसके लिए ट्रैक मेंटीनेंस में लापरवाही को ही कारण बताया है।

-2014-15 और 2016-17 के दौरान रेलवे के 5 जोन में 16 दुर्घटनाएं केवल डिरेलमेंट और ट्रैक मेंटेनेंस में कमी से हुई हैं।

-सीएजी की ये रिपोर्ट रेलवे के 5 जोन पर केंद्रित है। इसमें एनसीआर, ईसीआर, एसईआर, एसआर, एसडब्लूआर हैं।

ये तो बस कुछ हादसे हैं

24 नवंबर, 2017

पटना और गोवा के बीच चलने वाली वास्को डि गामा एक्सप्रेस चित्रकूट में डिरेल हुई थी। हादसे में 3 की मौत और 9 घायल हो गए थे।

21 मई, 2017

उन्नाव रेलवे स्टेशन पर लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई थी। इस दौरान ट्रेन के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए थे।

25 मई 2015

कौशांबी के सिराथू रेलवे स्टेशन के पास मुरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। हादसे में 25 यात्री मारे गए थे, जबकि 300 से ज्यादा यात्री घायल हुए थे।

एनसीआर इलाहाबाद मंडल के ये कर्मचारी हैं गायब

कर्मचारी पद निवासी

1. मान सिंह ट्रैक मेंटेनर

गजेंद्रपुर कानपुर

2. दीप चंद्र ट्रैक मेंटेनर इटावा

3. वीरेंद्र प्रसाद गौड़ ट्रैक मेंटेनर जोगामुसाहिब गाजीपुर

4. मुकेश कुमार ट्रैक मेंटेनर करीमुद्दीनपुर, गाजीपुर

5. अंतिम कुमार ट्रैक मेंटेनर लखीमपुर खीरी

6. ललित कुमार ट्रैक मेंटेनर लखीमपुर खीरी

7. ज्ञानेंद्र सिंह दुबेला ट्रैक मेंटेनर आगरा

8. परशुराम कुमावत ट्रैक मेंटेनर भीलवाड़ा राजस्थान

9. महेंद्र कुमार मीना ट्रैक मेंटेनर दौसा राजस्थान

10. तेजराम मीना ट्रैक मेंटेनर करौली राजस्थान

11. अजय कुमार मीना ट्रैक मेंटेनर दौसा राजस्थान

12. पप्पू लाल मीना ट्रैक मेंटेनर दौसा राजस्थान

13. महेश चंद्र मीना ट्रैक मेंटेनर मेहंदीपुर बालाजी दौसा राजस्थान

14. विशाल कुमार ट्रैक मेंटेनर भंगुसराह बिहार

15. अमित कुमार ट्रैक मेंटेनर रोहतास बिहार

16. पंकज कुमार ट्रैक मेंटेनर भोजपुर बिहार

17. मिथलेश कुमार झा ट्रैक मेंटेनर बक्सर बिहार

18. गणेश कुमार गुप्ता ट्रैक मेंटेनर बक्सर बिहार

बिना बताए गायब रेल कर्मचारियों को पहले मौका दिया जाता था। अब मौका नहीं दिया जाएगा। इन्हें नोटिस भेजा जा रहा है। अब इन कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि संरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती।

-मनीष सिंह, पीआरओ

एनसीआर