(1) ANDROID :- पिछले 2 सालों की बात करें तो गूगल का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम यानी कि एंड्रायड ओएस सबसे ज्यादा पॉपुलर रहा। इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि, एंड्रायड का यूजर इंटरफेस इतना सिंपल और बेहतर है कि यूजर्स इसे आसानी से एक्सेस कर लेते हें। जिसकी वजह से यह कस्टमर्स के बीच काफी चर्चित है। वहीं इसको बनाने वाली कंपनी गूगल एक बड़ा नाम है, जिस पर लोग आसानी से भरोसा कर सकते हैं। एंड्रायड ओएस में आपको 4,000 - 40,000 रुपये कीमत वाले स्मार्टफोन मिल जाएंगे। एंड्रायड डिवाइस मेल हैंडल करने, सोशल नेटवर्किंग और वेब ब्राउजिंग, स्मूथ टचस्क्रीन के मामले में नंबर वन साबित होता है। इसके अलावा यह ओएस अपने एप्स स्टोर की वजह से यूजर्स को काफी अट्रैक्ट करता है। वहीं समय-समय पर कंपनी इसके ओएस को अपडेट करती रहती है। हाल ही में गूगल ने एंड्रायड का 5.1 ओएस वर्जन मार्केट में उतारा था, जिसका यूजरइंटरफेस काफी बेहतरीन है। अब ऐसे में अगर आप एप्स के दीवाने हैं, तो एंड्रायड बेस्अ ऑप्शन है।

(2) iOS :- अगर आप टचस्क्रीन स्मार्टफोन का एक अलग एक्सपीरियंस लेना चाहते हें, तो आईओएस से बेहतर कोई ऑप्शन नहीं मिलेगा। इसका यूजर इंटरफेस एंड्रायड से बिल्कुल अलग है। यह एप्पल का ओएस है, जो काफी स्मूथ चलता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों एप्पल का ही है, जिसके चलते हैंडसेट हैंग होने की समस्या कभी नहीं आती। यह पूरी तरह से आइकन बेस्ड होता है यानी कि इसमें कोई मीनू नहीं होता। एप्पल के एप्स काफी अलग होते हैं। इसमें यूजर्स को सबकुछ मिलेगा। प्रेजेंटेशन एडिटिंग करनी हो या फिर गेम खेलना। वहीं वीडियो एडिटिंग के लिए भी यह काफी बेहतर डिवाइस है। यह ओएस रेगुलरली अपडेट होता रहता है। अब अगर इसकी कीमत की बात करें, तो यह हाई-रेंज स्मार्टफोन है। इसकी शुरुआत 25,000 से 75,000 रुपये तक है।

(3) Windows :- यह ओएस माइक्रोसॉफ्ट द्वारा रन कराया जाता है। यह ओएस अपने कंप्टीटर से बिल्कुल डिफरेंट है। इसके यूजर इंटरफेस की बात करें, तो इसमें आपको होम स्क्रीन नहीं दिखाई देगी जैसे एंड्रायड और आईओएस में मिलता है। इसमें यूजर्स को आइकन एप नहीं दिखाई देंगे। वहीं मीनू की बात करें तो यह स्कवॉयर बॉक्स जैसा होता है। जिसमें सारे एप्स मौजूद होते हैं। वैसे विंडोज ओएस उतना पॉपुलर नहीं हो पाया, जितनी उम्मीद की गई थी। दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट द्वारा बनाया गए यह ओएस अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह अपडेट होता रहता है। कंपनी ने हाल ही में इसका विंडोज 10 वर्जन मार्केट में उतार दिया है, जो सभी विंडोज डिवाइस पर रन करता है। फिलहाल विंडोज ओएस की सबसे बड़ी कमी इसके एप्स को लेकर है। आमतौर पर जो एप्स सबसे ज्यादा यूज किए जाते हैं, वह आपको विंडोज स्मार्टफोन में नहीं मिलेंगे। कीमत के मामले में विंडोज स्मार्टफोन 10,000 से लेकर 40,000 तक कीमत तक मिल जाते हैं।

(4) Blackberry OS :- पिछले कुछ सालों से सबसे ज्यादा नुकसान में चलने वाला ब्लैकबेरी ओएस है। मार्केट में ब्लैकबेरी ओएस की डिमांड न होने के कारण कंपनी को काफी घाटा भी उठाना पड़ा है। खैर यह ओएस ऑफिस वर्कस के लिए बेहतर है क्योंकि इसमें पीपीटी, डाक्यूमेंट से लेकर एक्सेल तक सभी काम किए जा सकते हैं। अगर आप इंटरटेनिंग परपज से यह फोन खरीदना चाहते हैं, तो यह फैसला गलत होगा। यह बिजनेसमैन के लिए परफेक्ट च्वॉइस बन सकता है लेकिन कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स के लिए यह बेकार होगा। हालांकि इसके ओएस और हार्डवेयर में कोई खराबी नहीं मिलेगी लेकिन एंड्रायड स्मार्टफोन के बढ़ते बाजार ने ब्लैकबेरी को काफी पीछे ढकेल दिया है।  

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