पांच सीईओ ने की पानी के अंदर मीटिंग
अरब सागर के अंदर मीटिंग करने वाले सीईओ में राजा गोपाल अय्यर उदय समुद्र ग्रुप्स ऑफ होटेल्स, हेमा मेनन यूएसटी ग्लोबल, दिनेश पी थंपी टीसीएस, डॉ. श्याम कुमार नियोलॉजिक्स और रॉनी थॉमस एवन मोबिलिटी सॉल्युशंज शामिल थे। समुद्री जीवन को बचाने के लिए उनकी अगली योजना एक क्लब बनाने की है। इसका नाम बीच ऐंड मरीन इन्वाइरनमेंट प्रोटेक्शन क्लब हो सकता है। इस क्लब के माध्यम से दक्षिण भारत के समुद्र तटीय इलाकों में बने होटेल्स और रिजॉर्ट्स समुद्री मलबे को कम करने के लिए एक अजेंडा तय करेंगे। वह नियमित रूप से बीच और पानी के अंदर की सफाई कराएंगे।
world ocean day : जानें मालदीव और केरल में क्‍यों करनी पड़ी समुद्र के भीतर 'कैबिनेट' मिटिंग

8 जून को होता है वर्ल्ड ओशन डे
इस मामले में एजेंसियां और मरीन स्टडीज और अंडरवॉटर डाइविंग में महारथ हासिल करने वालों की मदद ली जाएगी। इस क्लब को 8 जून को वर्ल्ड ओशन डे के दिन लॉन्च करने की योजना है। इस बैठक का उद्देश्य समुद्री जीवों की रक्षा हेतु संदेश देना था। बैठक में पांच कम्पनियों के सीईओ ने भाग लिया। यह बैठक लगभग 20 मिनट तक चली। समुद्र के लगभग 50 मीटर अंदर बैठक से सम्बंधित सभी इंतजाम किये गये थे जिसमें टेबल, कुर्सी तथा नेमप्लेट भी लगाये गये थे। पिछले लम्बे समय से बैठक की तैयारी चल रही थी। बैठक में हिस्सा लेने के लिए खास तौर पर स्कूबा डाइविंग की पोषाक पहनी गई।
world ocean day : जानें मालदीव और केरल में क्‍यों करनी पड़ी समुद्र के भीतर 'कैबिनेट' मिटिंग

मीटिंग का नाम ओशन लव रखा गया
ओशन लव नाम की बैठक का उद्देश्य समुद्री जीवन की रक्षा करना था। बैठक में ग्लोबल वॉर्मिंग से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। सभी ने प्रण किया कि समंदर को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। जिसमें यह पांचो कम्पनियां पूरी मदद करेंगी। एक रिपोर्ट की माने तो मुंबई, केरल और अंडमान निकोबार के पास समंदर दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषित हैं। शहरों द्वारा फेंकी जा रही प्लास्टिक और गंदगी समंदर में जाने से पानी प्रदूषित हो रहा है। विश्व इकॉनोमिक फोरम द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि समुद्र में प्रत्येक वर्ष 12.7 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा फेंका जा रहा है। वर्ष 2050 में समुद्र में मछलियों से अधिक प्लास्टिक कचरा पाया जायेगा।
world ocean day : जानें मालदीव और केरल में क्‍यों करनी पड़ी समुद्र के भीतर 'कैबिनेट' मिटिंग

मालदीव सरकार भी कर चुकी है समुद्र के अंदर मीटिंग
मालदीव सरकार ने दुनिया का ध्यान समुद्र जीवन और बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण की ओर खीचने के लिये समुद्र के अंदर कैबिनेट मीटिंग की थी। जिसका उद्देशय ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से दुनिया को आगाह करना था। 30 मिनट तक यह मीटिंग समुद्र के छह मीटर अंदर कुर्सी मेज लगा कर की गई। इस मीटिंग में मालदीव के प्रेसीडेंट मोहम्मद नसीद और उनकी कैबिनेट स्विम सूट और ऑक्सीजन सिलेंडर की सहायता से पानी में उतरे थे। यह अपनी तरह की पहली मीटिंग थी जो समुद्र के अंदर की गई थी। इस मीटिंग को करने से पहले सभी कैबिनेट सदस्यों को डाइविंग की ट्रेनिंग दी गई थी।
world ocean day : जानें मालदीव और केरल में क्‍यों करनी पड़ी समुद्र के भीतर 'कैबिनेट' मिटिंग

 

Interesting News inextlive from Interesting News Desk

Interesting News inextlive from Interesting News Desk