3 विमान और हुये थे शिकार

मिसाइल द्वारा विमान पर किये गये हमले कोई नये नहीं हैं. इसकी शुरूआत 36 साल पहले ही हो चुकी थी. कुछ विमानों पर जानबूझकर मिसाइल से हमला किया गया तो वहीं दूसरी ओर कुछ गलती का शिकार बने. जिन पर  धोखे से हमला किया गया. मलेशियाई विमान एएमएच 17 के पहले तीन और यात्री विमान मिसाइल हमले का निशाना बन चुके हैं. मिसाइल हमले का शिकार बना पहला यात्री विमान साउथ कोरिया का था. 20 अप्रैल 1978 को पेरिस से सियोल को उड़ान भरने वाला साउथ कोरियाई विमान जैसे ही भटक कर सोवियत संघ की सीमा में दाखिल हुआ उस पर मिसाइल दागी गई. संयोग से पायलट विमान को बर्फ से जमी झील में सुरक्षित उतारने में सफल रहे, लेकिन मिसाइल हमले में दो यात्रियों की मौत हो गई. इस विमान में 97 यात्री सवार थे.

मिसाइल से गिरे विमान

साउथ कोरियन विमान इस तरह के हमलों का ज्यादा शिकार बन चुका है. एक सिंतबर 1983 को साउथ कोरिया का ही एक अन्य विमान सोवियत संघ(अब रूस) की मिसाइल का निशाना बन गया था. यह कोरियाई विमान गलती से सोवियत संघ की सीमा में चला गया था. इस घटना में 240 यात्री और 29 चालक दल के सदस्य मारे गए थे. इसी प्रकार तीन जुलाई 1988 को अमेरिकी नौसेना के पोत से दागी गई एक मिसाइल ने ईरान के विमान को निशाना बनाया था. इसमें 274 यात्री और चालक दल के सभी 16 सदस्य मारे गए थे. गौरतलब है कि इससे पहले एक और मलेशियाई विमान MH-370 अचानक हवा से गायब हो गया था. वह विमान आज तक एक पहेली बन गया है. उस विमान को खोजने में

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