-आरोपी पत्नी सहित दो प्रेमियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

-शुक्रवार को चिलुआताल इलाके में गला काटकर हुई थी हत्या

GORAKHPUR: चिलुआताल के कोइलहवा में व्यापारी विनोद शर्मा की हत्या पत्नी आशा ने व्यापारी प्रेमी अनूप मोदनवाल और ऑटो चालक संदीप से कराई थी। पुलिस ने आशा और उसके दोनों प्रेमियों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया। पूछताछ में पता चला कि अहिरौली, कुशीनगर आते जाते समय उसकी व्यापारी से मुलाकात हो गई थी और फिर उसने आने जाने के लिए ऑटो की व्यवस्था की थी। ऑटो चालक से भी उसके नजदीकी संबंध हो गए थे। रविवार को पुलिस ने झुंगिया फर्टिलाइजर मोड़ से आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पति को हुआ शक तो रच दी हत्या की साजिश

पुलिस लाइन में एसएसपी शलभ माथुर ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि विनोद की पत्नी अहिरौली स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। आशा को पिपराइच निवासी व्यापारी अनूप मोदनवाल से प्रेम हो गया। दोनों के बीच गहरी दोस्ती होने के बाद अनूप ने पिपराइच के संदीप का आशा से संपर्क कराया। संदीप ऑटो चलाता था और फिर आशा उसके ऑटो से आती जाती थी। पति को आशा के संबंध की जानकारी हो जाने पर उसके द्वारा आशा पर पाबंदी लगाने लगे थे। वह उससे बात करने से मना करने लगे। इससे नाराज आशा ने प्रेमी अनूप के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।

मीट मंगाने भेजा और करा दी हत्या

एसएसपी ने बताया कि 30 मार्च की शाम जब आशा का पति विनोद शर्मा अपनी दुकान बंद कर घर आया तो तय योजना के मुताबिक आशा ने मीट लाने उसे बाजार भेज दिया। इसके बाद आशा ने मोबाइल से फोन कर प्रेमी अनूप और उसके ऑटो चालक मित्र संदीप को बुला लिया। आशा के फोन के बाद उसी रात करीब 8 बजे अनूप और संदीप विनोद के घर से करीब 250 मीटर पहले रास्ते में एक सुनसान और अंधेरे जगह पर स्थित बाउंड्री के पास घात लगाकर छिप गए। विनोद के आते ही दोनों चाकुओं से हमला कर विनोद को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों बाइक से भागते समय चाकू और कपड़े तेनुहिया पोखरे के पास मलवा में छिपा दिया। एसएसपी ने बताया कि घटना में आशा की भूमिका पाए जाने के बाद धारा 302 के साथ धारा 120 बी और आ‌र्म्स एक्ट की धरा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो खून लगा चाकू, खून से सने दोनों के कपड़े, तीन मोबाइल व बाइक बरामद कर लिया।

सामान खरीदने के दौरान हुई थी पहचान

आशा रोजाना कुशीनगर पढ़ाने आती जाती थी। पड़री बाजार से वह ऑटो पकड़ती थी। वहीं, पिपराइच में अनूप की दुकान है। करीब 14 महीने वह सामान खरीदने के लिए अनूप के दुकान पर गई थी और फिर दोनों में जान पहचान हो गई। थोड़े ही समय में जान पहचान नजदीकी में बदल गई और मोबाइल पर बात होने लगी। फिर उसने ही ऑटो चालक संदीप से मुलाकात करा दी और उसी के ऑटो से आती जाती थी। संदीप से भी आशा के नजदीकी संबंध हो गए थे।

दो बच्चों की मां है हत्यारोपी पत्नी

आशा की शादी विनोद के साथ करीब 14 साल पहले भी हुई थी। दोनों के दो बेटे रणवीर (13) और अर्पित (10) है। बेटे की हत्या और मां के जेल जाने के बाद दोनों अनाथ हो गए है।