JAMSHEDPUR: बच्चों के सामने ही एक निर्दयी पति ने धारदार हथियार से पत्नी का गला काट डाला। घटना कमलपुर थाना क्षेत्र के बेल्डीह गांव की है। जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात नेपाल महतो अपनी पहली पत्नी के घर में पिछले दरवाजे से घुसा और लोहे का धारदार हथियार से गले पर ताबड़तोड़ कई वार किये। इससे शकुंतला की मौके पर ही मौत हो गई। इस संबंध में मृतका शकुंतला महतो (फ्ब्) के पिता बुद्धेश्वर महतो के बयान पर कमलपुर थाना में मामला दर्ज किया गया है।

ख्0 साल पहले हुई थी शादी

नेपाल महतो से शकुंतला की शादी करीब ख्0 साल पूर्व हुई थी। शकुंतला को दो बेटे व एक बेटी है। शादी के करीब आठ वर्ष बाद नेपाल महतो ने पुरुलिया के आमडाबेड़ा गांव की दिव्यांग लड़की से शादी की और दोनों बोड़ाम थाना की मिर्जाडीह कॉलोनी बस्ती में रहने लगे। इसके बाद नेपाल महतो ने शकुंतला व बच्चों का भरण-पोषण करने से इनकार कर दिया। तब शकुंतला के पिता ने बेल्डीह के ग्रामीणों की बैठक बुलायी और बेटी को न्याय दिलाने की गुहार लगाई।

साथ रखने पर राजी हुआ

गांव वालों के दबाब में आकर नेपाल महतो ने शकुंतला को साथ रखने का वादा किया और कुछ दिनों बाद आने की बात कह मिर्जाडीह चला गया। नेपाल तीन साल तक बेल्डीह की ओर नहीं आया। ऐसे में शकुंतला अपने बच्चों के साथ किसी तरह जीवन-यापन करने लगी। शकुंतला का बड़ा बेटा जलधर महतो काम करने गुजरात चला गया। साढ़े तीन साल बाद नेपाल महतो पुन: बेलडीह आया और शकुंतला के साथ मारपीट की।

बच्चों को भी मारने की कोशिश

शनिवार की रात जब नेपाल शकुंतला के घर आया तो उसने अपने हाथ में धारदार हथियार ले रखा था। वह घर के पिछले दरवाजे से घर में घुसकर शकुंतला को बिस्तर पर सोयी हुई अवस्था में हथियार से मारने लगा। मां की आवाज सुन बगल के कमरे में सोये बेटा(क्फ्) व बेटी (क्म्)आ गई। दोनों ने अपने पिता का विरोध किया तो नेपाल ने बच्चों को भी मारने का प्रयास किया। बच्चे जोर-जोर से रोने लगे। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग जब तक शकुंतला के घर पहुंचते, तबतक नेपाल फरार हो चुका था। ग्रामीणों ने पुलिस को रविवार सुबह सूचना दी।