- दवाओं की कमी, चिकित्सकों की भर्ती से लेकर मिल सकेगी अल्ट्रा मार्डन मेडिकल फैसिलिटी

- गांव-गांव जाकर पब्लिक को स्वास्थ्य सेवाएं देगी टेली मेडिसिन सर्विस

- सूबे के हेल्थ मिनिस्टिर ने बतौर प्रभारी मंत्री समझी मेरठ की नब्ज

मेरठ: मेडिकल सर्विसेज को स्मार्ट और अल्ट्रा मार्डन बनाने के लिए सरकार काम कर रही है। दवाओं की कमी पूरी होगी, डॉक्टर्स की भर्तियों के लिए सरकार मॉडयूल तैयार कर रही है। हेल्थ डिपार्टमेंट आने वाले दिनों में कॉरपोरेशन के तौर पर काम करेगा। सूबे के हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बतौर प्रभारी मंत्री शुक्रवार को मेरठ की नब्ज टटोली तो वहीं शहर की सेहत में इन्फेक्शन फैला रहे विभागों का जमकर वैक्सीनेशन किया।

दवाओं का नहीं होगा टोटा

कमिश्नरी हॉल में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के सवाल के जवाब में हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि दवाओं की कमी से यूपी के सभी सरकारी अस्पताल जूझ रहे हैं। एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी है तो बेहतर इक्यूपमेंट्स अस्पतालों में नहीं हैं। ये क्षतिग्रस्त ढांचा हमें विरासत में मिला है, जिसे सुधारने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए। ब्रांडेड और यूजुअल दवाओं और उपकरणों की खरीददारी होगी। हेल्थ डिपार्टमेंट बहुत जल्दी कॉरपोरेशन बनने वाला है। मेडिकल कॉलेज और उनकी सर्विसेज भी कॉरपोरेशन में शामिल होंगे।

6 माह में टेली मेडिसिन

हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि दूर-दराज और ग्रामीण इलाकों में बसे लोगों को चिकित्सीय सुविधा और परामर्श देने के लिए आने वाले 6 माह में टेली मेडिसिन फैसिलिटी आरंभ की जा रही है। सेटेलाइट कनेक्टेड हेल्थ सेंटर, टेली मेडिसिन सर्विस का सेंटर होंगे।

दूर होंगी दिक्कतें

-डिजीज स्पेशलिस्ट की तैनाती के लिए मॉड्यूल बनाया, कैबिनेट में रखा जाएगा।

-सीएचसी-पीएससी पर रोस्टर के हिसाब से डॉक्टरों की तैनाती।

-वेक्टर वार्न डिजीज की रोकथाम में लिए अलग विभाग होगा।

-हर हॉस्पीटल में आइसालेशन वार्ड होगा, वैक्सीन के प्रिजेर्वेशन की अलग व्यवस्था

-सामान्य बुखार को बीमारी मानकर आशा बहू 108 एंबुलेंस सर्विस से अस्पताल ले जाएंगी।

-ब्लड बैंक फुल प्रूफ होंगे, डाटाबेस देना होगा हर बैंक को। प्राइवेट अस्पताल नहीं कर पाएंगे मनमानी

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मेरठ से शुरू होंगी डोमेस्टिक एयरलाइंस

मेरठ: हेल्थ मिनिस्टर ने केंद्रीय राज्य उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा से बातचीत का ब्योरा देते हुए बताया कि मेरठ में डोमेस्टिक एयरपोर्ट प्राथमिकता में है। यूपी गर्वमेंट के संकल्प पत्र को दोहराते हुए हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री से लखनऊ, गोरखपुर, इलाहाबाद और बनारस से रीजनल कनेक्टिविटी डेवलेप करने पर बात हुई। सेकेंड फेस में मेरठ समेत अन्य शहरों में डोमेस्टिक एयरपोर्ट पर सहमति बन रही है, फिजिबिलिटी चेक कर एयरपोर्ट निर्माण के लिए बिडिंग प्रोसेस आरंभ होगा। मेरठ से इलाहाबाद और लखनऊ के लिए सबसे पहले एयर सर्विस शुरू की जाएगी।

इनर रिंग रोड का निर्माण शीघ्र

दिल्ली-मेरठ एक्सपे्रस-वे के निर्माण के साथ ही मेरठ में आने वाले बेहिकल के क्राउड को इनर रिंग रोड कंट्रोल करेगा। सवाल के जबाव में प्रभारी मंत्री ने बताया कि इनर रिंग रोड के निर्माण कार्य को जल्द ही सरकार से स्वीकृति मिलेगी। एनएचएआई के प्रोजेक्ट्स की फाइल मीडिया को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि मेरठ के विकास में कोई कसर सरकार नहीं छोड़ेगी।

कानून व्यवस्था पर फटकार

मेरठ में लगातार हो रही आपराधिक वारदातों पर सख्त प्रभारी मंत्री ने डीएम-एसएसपी को कड़ी फटकार लगाते हुए जीरो टॉलरेंस पर काम करने की हिदायत दी। योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद रिजल्ट नहीं दिखाई दे रहा इसके कारण खंगालो। थाना स्तर पर समीक्षा होगी। डीएम-एसएसपी को लखनऊ बुलाया है, चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी के साथ बैठाकर मेरठ में क्राइम कंट्रोल का ब्लू प्रिंट तैयार होगा। अफसरों को फुट पेट्रोलिंग करनी होगी। लोगों को अहसास दिलाना होगा कि 'वे अब सुरक्षित हैं.'

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आईडी देखकर बोले 'ये लाओ'

न्यूज चैनल की कम आईडी देखकर प्रभारी मंत्री बोले कि 'ये कहां है, ये लाओ। ऐसा नहीं हो सकता कि मैं मेरठ में हूं और मीडिया न जुटा हो.'

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3 घंटे चली बैठक

प्रस्तावित 11:30 बजे से शुरू होने वाली जिला योजना की बैठक 12:15 बजे से शुरू हो सकी। प्लान में 2 घंटे की समीक्षा बैठक 3 घंटे तक चली। इस दौरान अफसर पसीना-पसीना थे।