-पिता को देखकर सीखा शराब पीना, फिल्म शराबी से शराब पीने का भूत चढ़ा

-कार में पानी की बोतल, सोडा, बर्फ समेत अन्य सामान लेकर चलता था

- शराब पीने के बाद रिक्शे से घूमता था, नशेबाजी करने पर होटल लैंडमार्क जाने में प्रतिबन्ध लगा

KANPUR :

शिवराज टुबैको का बिगड़ैल मालिक संदीप शुक्ला सिर्फ शराब के लिए अपनी पत्नी और फेमस क्रिकेटर व पूर्व सांसद चेतन चौहान की भांजी ऋचा के लिए हैवान बन गया। ऋचा उससे शराब छुड़ाना चाहती थी, लेकिन वो शराब का इतना लती हो गया कि उसने शराब के लिए पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। जिसके तहत ही वो हत्या के इरादे से दोस्तों के साथ जबरन ऋचा को कार में बैठाकर ले जा रहा था लेकिन ऋचा के गाड़ी से कूदने से उसका प्लान फेल हो गया। वरना ज्योति हत्याकांड की तरह एक और जघन्य वारदात हो जाती। अब आपको बताते हैं कि संदीप को शराब की लत कैसे लगी। उसने किसको देखकर शराब पीना शुरू किया और वो कैसे उसका शौक लत में बदल गया।

पिता को देखकर सीखा शराब पीना

शिवराज टुबैको का बिगड़ैल मालिक संदीप शुक्ला खानदानी रईस है। कहा जाता है कि वो तो सोने की चम्मच लेकर पैदा हुआ था। उसकी पैदाइश के समय शुक्ला फैमिली कानपुर, लखनऊ और उन्नाव के टॉप क्0 रईस फैमिली में एक थी। उसके पिता पप्पू शुक्ला शराब पीने के शौकीन थे। उस समय वो मेघदूत होटल में शराब पीने आते थे। इसके अलावा उनकी कोठी में भी महफिल सजती थी। जिसमें वो दोस्तों के साथ जाम लड़ाते थे। जिसे देखकर संदीप शराब पीने लगा और धीरे-धीरे वो शराब का लती हो गया।

मूवी शराबी का भूत सिर पर चढ़ गया

बिगड़ैल संदीप ने जवानी में कदम रखा था कि उस समय बालीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की फेमस मूवी शराबी आई थी। जिसे देखकर उसके शराब पीने का भूत सवार हो गया। वो शराबी फिल्म की तरह कार में शराब और बीयर लेकर चलने लगा। वो शौक और अपना रसूख दिखाने के लिए रोड पर कार के बोनट में बोतल रखकर शराब पीने लगा था। उसकी कार में चांदी के ग्लास, पानी की बोतल और बर्फ रहती थी।

खुद रिक्शे पर और कार पीछे-पीछे चलती थी

बिगड़ैल संदीप महानायक अमिताभ बच्चन का इस कदर फैन था कि वो कार में शराब पीते हुए मॉल रोड जाता था। जहां पर वो दोस्तों के साथ शराब पीता था। जब वो शराब के नशे में चूर हो जाता था तो वो कार से उतरकर रिक्शे की सवारी करता था। वो रिक्शे में बैठकर कभी बिरहाना रोड पानी के बताशे खाने तो कभी घंटाघर में शराब पीने जाता था। इस दौरान उसका ड्राइवर कार को रिक्शे से पीछे-पीछे लेकर चलता था। वो उस समय रिक्शे वाले को पांच सौ रुपए किराया देता था। इलाकाई लोगों के मुताबिक वो उस समय राह चलते रुपए उड़ाने लगता था। गरीबों को दस-दस हजार रुपए देकर निकल जाता था।

लैंडमार्क होटल में इंट्री बैन हुई

परिजन, रिश्तेदार और दोस्तों के समझाने पर संदीप ने रिक्शे पर घूमना छोड़ दिया, लेकिन वो दोस्तों के साथ लैंडमार्क होटल जाने लगा। उस समय लैंडमार्क होटल की नई ओपनिंग हुई थी। इस होटल में भी उसकी हरकतें बन्द नहीं हुई। एक बार वेटर ने उसको शराब का पैग देने में देरी कर दी थी तो उसने सारे वेटर को बुलाकर मुर्गा बना दिया था। इसके बाद उसकी हरकतें बढ़ती गई। एक बार उसने होटल में रईशीयत झाड़ने के लिए वेटर से सबसे महंगे ब्रांड की विस्की का पैग मंगवाया। वेटर ने सबसे महंगे ब्रांड की विस्की का पैग दिया तो उसने और महंगी शराब लाने के लिए कहा। वेटर ने कहा कि इससे महंगी शराब नहीं है तो वो शराब के पैग को महंगा करने के लिए हर पैग को पीने के बाद ग्लास तोड़ने लगा। उसने हद तब पार कर दी जब उसने पैग को और महंगा करने के लिए झूमर में गोली मार दी। इस पर होटल प्रशासन ने कोतवाली थाने में शिकायत की और उसकी होटल में इंट्री बैन कर दी।

शराब पीना और िदन में सोना

फेमस मूवी शराबी में महानायक अमिताभ बच्चन की तरह खुद को हीरो बनाने की कोशिश में संदीप विलेन बन गया। उसने शराबी मूवी से शराब पीना तो सीखा, लेकिन शराब को छोड़ना नहीं सीखा। इसी भूल से वो शराब का इतना लती हो गया कि शराब के नशे की वजह से उसका रूटीन बदल गया। वो शाम को चार बजे जगता था। इसके बाद उसके दोस्त या चेले घर पहुंच जाते हैं और महफिल सजने की तैयारी होने लगती है। वो शाम बजे से शराब पीना शुरू करता है और रात में दो से तीन बजे तक वो शराब पीता है।

परिवार की महिला और नौकर को गोली मार चुका है

बिगड़ैल संदीप का हर गलत काम उसके रसूख और रुपए से छुप गया था। इलाकाई लोगों का कहना है कि संदीप ने शराब के नशे में परिवार की एक महिला को गोली मार दी थी। चूंकि महिला परिवार से जुड़ी थी। इसलिए यह मामला थाने तक नहीं पहुंचा। इसी तरह उसने गोली चलाने के शौक में एक नौकर को गोली मार दी। इसमें भी उसने नौकर को हास्पिटल में एडमिट कराकर उसके परिजनों का रुपए से मुंह बन्द कर दिया था। इलाकाई लोगों के मुताबिक वो नौकर के सिर पर कोई फल रखकर उस पर निशाना लगा रहा था, लेकिन उसका निशाना चूकने से नौकर को गोली लग गई थी।

मीडिया कर्मी को पीटने के बाद कैमरा तोड़ दिया

बिगड़ैल संदीप के झगड़े और नशेबाजी की लम्बी फेहरिस्त है। उसका मीडिया कर्मियों से भी झगड़ा हो चुका है। वो एक दशक पहले दोस्तों के साथ शुक्लागंज स्थित कोठी जा रहा था। वो कार से गंगापुल पहुंचा था, लेकिन वहां पर जाम लगा होने से उसका पारा चढ़ गया। उसके चेले कार से उतरकर राहगीरों से बदतमीजी करने लगे। जिसे देख एक अखबार के फोटोग्राफर ने फोटो खींच ली थी। संदीप की नजर फोटोग्राफर पर पड़ गई और उसके चेले ने उसको पकड़ लिया। जिसके बाद संदीप ने फोटोग्राफर को पीटने के साथ ही उसका कैमरा तोड़ दिया था। यह मामला अखबार से जुड़ा होने की वजह से पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी थी। जिसमें संदीप को समझौता करने के लिए फोटोग्राफर से माफी मांगते हुए उसे क्षतिपूर्ति के तौर पर भ्0 हजार और कैमरा देना पड़ा था।

शराब छोड़ी तो भांग खाना शुरू कर दिया

सोर्सेज के मुताबिक संदीप की शराब छुड़ाने के लिए परिजनों ने काफी इलाज करवाया है। कुछ महीने पहले वो परिजनों के दबाव में शराब छोड़कर भांग खाने लगा था। वो भांग का नशा बर्दाश्त नहीं कर पाता था। जिसके चलते उसने घर से बाहर निकलना बन्द कर दिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद उसने दोबारा शराब पीना शुरू कर दिया।

नानवेज प्वाइंट में रची थी ऋचा के कत्ल की साजिश

बिगड़ैल संदीप का पत्नी ऋचा से इतना मनमुटाव हो गया कि उसने ऋचा की हत्या करने की प्लानिंग कर ली। उसने मॉल रोड में हाल में खुले चर्चित नानवेज प्वाइंट में दोस्तों के साथ मिलकर योजना तैयार की। इस नानवेज प्वाइंट में पांच से छह पार्टनर है। जिसमें एक संदीप का खास चेला है। सोर्सेज के मुताबिक संदीप ने रुपए देकर नानवेज प्वाइंट को खोलने में उसकी मदद की है। जिसका अहसान चुकाने के लिए वे संदीप का साथ दे रहे हैं। सोर्सेज के मुताबिक संदीप ने उस दिन नानवेज प्वाइंट गया था। जहां पर वो दोस्तों को लेकर कोठी पर पहुंचा था।

पुलिस की भूमिका पर सवाल

इस हाईप्रोफाइल मामले में शुरुआत से ही पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने दबाव में एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन तीन दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सीनियर एडवोकेट्स की राय के मुताबिक आरोपी संदीप हत्या के इरादे से ऋचा कार से अगवा करके ले जा रहा था। इसलिए इसमें पुलिस को हत्या के इरादे से अपहरण की धारा (फ्म्ब्) भी कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। वहीं, पुलिस घरेलू मामला का बहाना बनाकर कार्रवाई से बच रही है। इसके अलावा घटना के दिन सीओ ममता कुरील अपना सर्किल छोड़कर हैलट में पीडि़ता ऋचा के पास पहुंच गई थी। चूंकि सीओ ममता कुरील शुक्लागंज से ताल्लुक रखती है। इसलिए इससे भी पुलिस पर सवार उठ रहे हैं।