-नाबालिग शहर की सड़कों पर बेतरतीब दौड़ा रहे ई रिक्शा

-नियमों की अनदेखी करते हुए खड़ी कर रहे शहर के लोगों के सामने समस्या

devendra.singh@inext.co.in

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गोदौलिया पर ई रिक्शा की भीड़ लगी है। कच्ची उम्र के चालक अलग-अलग रूट पर जाने के लिए पैसेंजर्स को पकड़ रहे हैं। जिसने सवारी भर ली वो भीड़ भरे बाजार से खतरनाक तरीके से चलते हुए निकल गया। तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश में उसने कई बार गड्डे में गाड़ी कुदाता रहा। पैसेंजर्स उस पर चीखते रहे लेकिन उसे कोई फर्क नहीं रहा।

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कचहरी के भीड़ भरे बाजार में ई रिक्शा के साथ स्टंट करता चालक चला जा रहा है। चौराहे पर वाहनों के चक्रव्यूह में फंस गया। कम उम्र के चालक में अनुभव की कमी साफ नजर आयी। वह ई रिक्शा को भीड़ से निकाल नहीं पा रहा था। उसकी वजह से थोड़ी देर में लम्बा जाम लग गया। एक घंटे जूझने के बाद टै्रफिक पुलिस के जवानों ने जाम समाप्त कराया।

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कैंट से सवारी लेकर ई रिक्शा चालक गोदौलिया की ओर बढ़ा। सीट तो चार की थी लेकिन रुपये कमाने के चक्कर में उसने आठ लोगों को बिठा रखा था। इस कोशिश में भी था कि जल्द से जल्द गोदौलिया पहुंचे और एक बार फिर सवारी लेकर कैंट आ जाए। इस चक्कर में नाबालिग चालक ने रास्ते में कई लोगों धक्का मारा। एक बार तो रिक्शा पलटने से बचा।

तीनों केस बताने के लिए काफी हैं सहूलियत के लिए लाए गए ई रिक्शा शहर के लोगों के लिए सिरदर्द बन रहे हैं। पहले से वाहनों का भारी लोड झेल रहे बनारस कुछ ही वक्त में ई रिक्शा की बाढ़ सी गयी है। इनमें से ज्यादातर की हैंडिल कम उम्र के चालकों के हाथ में है। इसकी बदौलत वो रोड पर जमकर मनमानी कर रहे हैं। ई रिक्शा को लेकर इस शहर में सख्त नियम बनाए गए हैं लेकिन इनका पालन नहीं हो रहा है। नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी जिन पर है वो चंद रुपयों के लालच में अपनी आंखें बंद कर ले रहे हैं। कोई शिकायत भी करे तो उस पर कान नहीं धरते हैं।

हालत है बदतर

-शहर में तेजी से ई रिक्शा की संख्या बढ़ रही है

-इन्हें कहीं भी जाने की छूट होने की वजह से जिस रूट पर मन होता दौैड़ जाते हैं

-कम रफ्तार की वजह से अक्सर रोड पर जाम का कारण बन रहे हैं

-कम उम्र के ड्राइवर सुरक्षित माने जाने वाले ई रिक्शा से एक्सिडेंट भी कर दे रहे हैं

-पार्किग का सही इंतजाम नहीं होने की वजह से शहर के ज्यादातर चौराहों के ईर्द-गिर्द कब्जा जमाए रहते हैं

-क्षमता से अधिक सवारी बिठाने के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं

हो रही नियमों की अनदेखी

-ई रिक्शा का आरटीओ में रजिस्ट्रेशन होना चाहिए

-आरटीओ कार्यालय के अनुसार फ्भ्0 ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन है जबकि लगभग दो हजार ई रिक्शा शहर की सड़कों पर दौड़ रहे हैं

-ई रिक्शा चालकों को आरटीओ कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है

-आरटीओ के मुताबिक महज फ्भ्0 ई रिक्शा चालकों के पास लाइसेंस हैं

-अन्य वाहनों के साथ ई रिक्शा की भी चेकिंग होनी चाहिए लेकिन रुपयों की सेटिंग-गेटिंग में ये नहीं हो रहा

-ज्यादातर ई रिक्शा नाबालिग ड्राइवर चला रहे हैं जिनका लाइसेंस नहीं बन सकता है लेकिन उनकी जांच नहीं हो रही

-नियम तो यह भी है कि वाहन की क्षमता के अनुसार पैसेंजर बैठने चाहिए ये लेकिन इसका पालन भी नहीं हो रहा

ई रिक्शा तो शहर की सहूलियत के लिए लाए गए थे लेकिन यह मुसीबत बनते जा रहे हैं। इनकी संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।

संतोष गुप्ता, गोदौलिया

ई रिक्शा को नाबालिग ड्राइवर चला रहे हैं। उनकी वजह से रोड पर जाम लग रहा है। एक्सिडेंट भी कर दे रहे हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

नवीन, लंका

ओवरलोडेड सिटी की रोड्स से वाहन कम किए नहीं गए और ई रिक्शा को ला दिया गया। इनकी संख्या पर नियंत्रण भी नहीं किया जा रहा है

आशुतोष, नई सड़क

टै्रफिक पुलिस और सिविल पुलिस से सांठ-गांठ करके ई रिक्शा चालक अपनी मनमानी कर रहे हैं। इससे पब्लिक को परेशानी हो रही है।

चंद्रकिशोर, भेलूपुर