मां के शव के साथ रात भर रोता बिलखता रहा छह माह का मासूम

पिता की तहरीर पर पति समेत दस नामजद, गिरफ्तारी को दबिशें

नारखी: दहेज लोभियों ने एक विवाहिता की बेरहमी से पीट पीट कर हत्या कर दी। हत्यारों को उसके छह माह के मासूमच्बच्चे पर भी तरस नहीं आया। हत्या के बाद ससुराली जनच्बच्चे और विवाहिता के शव को कमरे में छोड़ फरार हो गए। ग्रामीणों ने मृतका के मायके पक्ष के लोगों को जानकारी दी। परिजन पुत्री की ससुराल पहुंचे तो वहां घर पर कोई नहीं था। अबोध बालक ही मां के शव पास बिलख रहा था।

थाना नारखी के गांव गढ़ी दया नगला बीच निवासी राधा (24) पत्नी सत्यपाल की ससुरालीजनों ने बुधवार रात अतिरिक्त दहेज की खातिर बेरहमी से पिटाई की। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन राधा के छह माह के पु्त्र गोपाल को शव के पास कमरे में ही छोड़कर फरार हो गए। गुरुवार सुबह घर से किसी के बाहर न आने औरच् बच्चे के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने अंदर जाकर देखा तो घटना की जानकारी हुई। इसके बाद ग्रामीणों ने मृतका के पिता को फोन से अवगत कराया। जिस पर मृतका के पिता परिजनों के साथ गुरुवार सुबह पु्त्री की ससुराल पहुंच गए। फिर घर में पुत्री का शव और ससुरालीजन फरार देख थाना पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष नारखी प्रवीन कुमार मान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना स्थल का निरीक्षण कर मृतका के पिता की तहरीर पर पति समेत दस लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिला अस्पताल आए मृतका के पिता जयवीर सिंह निवासी बछोपुरा जलेसर एटा ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री राधा (24) की 22 माह पूर्व दान दहेज देकर शादी की थी। शादी के बाद से ही उसके ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज की मांग कर उसका उत्पीड़न करने लगे। उन्होंने बताया कि शादी के बाद राधा उनके पास रह रही थी। कई बार पंचायत होने के बाद होली से दो दिन पूर्व ही सत्यपाल उनकी पुत्री को बुला कर लाया था। यहां आने के बाद सत्यपाल और उसके परिवार के लोगों ने पुन: उत्पीड़न शुरु कर दिया। उन्होंने बताया कि बुधवार की रात सत्यपाल और उसके परिवार के लोगों ने उसकी पुत्री राधा की बेरहमी से पिटाई की। उसकी एक आंख फोड़ दी और नाक काट दी। इसके साथ ही उसका एक हाथ और एक पैर तोड़ दिया। थानाध्यक्ष प्रवीन कुमार ने बताया मृतका के पिता जयवीर सिंह की तहरीर पर पति सत्यपाल, जेठ मुन्नेश, बीरेश और फूल सिंह, तथा जिठानी मल्ला पत्नी मुन्नेश, कुसमा पत्नी फूलसिंह, मिथलेश पत्नी बीरेश, सास सोना पत्नी रामदास, ससुर रामदास और एक अन्य को नामजद किया गया है। मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी है।

अनाथ हो गया गोपाल

मां की हत्या के बाद छह माह का गोपाल अनाथ हो गया। जबकि उसने अभी तक अपने मां और बाप को ठीक से पहचाना भी नहीं होगा। उसके अपने ही उसकी मां को मौत की नींद सुला कर उसे उसके पास छोड़ कर फरार हो गए। दुनियादारी से अनजान मृत मां के शव पर लोट कर चीखता रच। बच्चे के रोने की आवाज सुन कर पड़ोसी घर पहुंचे तो देख दंग रह गए। पड़ोसियों ने मासूम को गोद में ले लिया, और उसके ननिहाल के लोगों के आने के बाद उसको उनके सुपुर्द कर दिया।