-सुजानपुर इलाके की घटना, महिला के कपड़े अस्त-व्यस्त थे

-ग्रामीणों ने बेहोशी की हालत में महिला का हॉस्पिटल में एडमिट कराया

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KANPUR : इसे सजेती पुलिस का मैनेजमेंट ही कहेंगे कि शुक्रवार को एक गैंगरेप का मामला कुछ ही घंटे में मारपीट में बदल गया। बिल्हौर के सुजानपुर में रहने वाले रमन सिंह (काल्पनिक नाम) प्राइवेट जॉब करते हैं। वो 19 अगस्त को गांव में एक किशोरी के साथ हुए गैंगरेप के मामले में फंसे हैं। किशोरी ने रमन और उनके दो भतीजों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। पुलिस रमन और उनके एक भतीजे को क्लीन चिट दे चुकी है, लेकिन किशोरी ने मजिस्ट्रेटी बयान में नाम लेने से रमन फंस गया है। रमन की ओर से उनकी पत्नी पैरवी कर रही है। वो आशाबहू पद पर कार्यरत हैं। शुक्रवार को पीडि़ता घर के सामने बाजरे के खेत में अचेत हालत में पड़ी थी। उसके कपड़े फटे हुए थे। ग्रामीणों ने उसको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराकर कंट्रोल रूम में सूचना दी। पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की। इसी बीच पीडि़ता को उर्सला रेफर कर दिया।

रात में कर दिया हमला

ग्रामीणों के मुताबिक पीडि़ता बेहोशी की हालत में गन्दा काम यानि रेप बोल रही थी। महिला ने होश में आने पर पहले रेप का आरोप लगाया, लेकिन शाम होते ही उसने मारपीट का आरोप लगाया। उसके मुताबिक वो रात को पेशाब करने के लिए घर से निकली थी कि इलाकाई पिता पुत्र ने उस पर हमला कर दिया। दोनों उसके पति के खिलाफ दर्ज मामले में पीडि़ता की ओर से पैरवी कर रहे हैं। दोनों उसे मरा समझकर वहां से भाग गए। एसओ के सामने उसने चार लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है। जिसमें दो को वो पहचानती है। उसकी तहरीर पर जांच की जा रही है।