- रेपर्टवा में मंच पर कलाकारों ने नारी की आजादी को दिखाया

- गौरव की कॉमेडी ने सभी को खूब हंसाया, अश्रि्वन अच्युत की धुन पर नाचे लोग

LUCKNOW :

रंगमंच, कॉमेडी व बैंड की धुनों के बीच रेपर्टवा के चौथे दिन मंच पर कलाकार नारी के अस्तित्व व आजादी को जीवंत कर रहे थे। वहीं कॉमेडी व बैंड की धुन लोगों को थिरकने को मजबूर कर रही थी। गुरुवार को अभिनेता, लेखक, निर्देशक मानव कौल का नाटक चुहल आकर्षण का केंद्र रहा। संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह में मंचित नाटक में नारी की इच्छाओं व उसका जीवन दिखा।

शादी को मना कर दिया

कहानी की शुरुआत ही औरत के वजूद व उसकी आजादी को ललकारते हुए संवाद से हुई। दिखाया गया कि सुधीर नाम का युवक अपनी बहन नि6मी के साथ लड़की देखने आरती के घर गए हुए हैं। सुधीर एक साफ गोई इंसान व समाज के तौर तरीके से परे है। वहीं आरती एक प्राइवेट कंपनी में काम करनी वाली आत्मनिर्भर व समझदार नारी है। पहली मुलाकात में आरती शादी के लिए मना कर देती है। आरती के इंकार के बाद भी सुधीर उसी से शादी करना चाहता है। आरती की मां और सुधीर की बहन नि6मी भी दोनों की शादी कराने चाहते हैं। सुधीर के लाख मनाने पर भी आरती उससे शादी करने के लिए तैयार नहीं होतीए लेकिन वह सुधीर के साथ समय बिताने व उसके साथ चुहल करने से अपने आप को रोक नहीं पाती। आरती के इस स्वभाव से सुधीर को लगता है कि वह शादी कर लेगी, वह फिर आरती के घर जाकर शादी का प्रस्ताव रखता है। सुधीर को घर में देख आरती भड़क जाती है और कहती है कि एक औरत सिर्फ शादी करके ही संपूर्ण नहीं होती है। औरत अपने आप में संपूर्ण है। मंच पर मानव कौल के अलावा सृष्टि श्रीवास्तव, पद्मा दामोदरान, कैलाश कुमार, अजितेश गुप्ता, निहारिका आदि ने शानदार अभिनय किया।

12 वर्षो तक नहीं किया अ5िानय

रेपर्टवा के चौथे दिन शुरुआत मीट द कास्ट से हुई। इसमें लेखक यतींद्र मिश्र ने मानव कौल, सृष्टि श्रीवास्तव, अश्रि्वन गोपा कुमार, अच्युत जयगोपाल, गौरव कपूर से बातचीत की। इस दौरान अभिनेता व लेखक मानव कौल कहते हैं कि समाज में पुरुषों के पास ज्यादा अधिकार हैं। उन्होंने बताया कि समाज बदल रहा है, लेकिन अभी काफी बदलाव की जरूरत है। अपने शुरुआती दिनों की बात करते हुए मानव ने बताया कि वर्ष 2002 में जजंतरम ममंतरम के बाद 12 वषरें तक उन्होंने अभिनय नहीं किया। इस बीच उन्होंने लेखन में समय बिताया। वह जो भी कहानी लिखते उसमें जो भी गलती होती, उससे सीखते रहते। उसी तरह वह लेखन में भी काफी लोकप्रिय हो गए। मानव काई पोचे, वजीर, मेरी सुलू जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं।

दर्शकों से बनाया कने1शन

रेपर्टवा के चौथे दिन कॉमेडी की शाम में गौरव कपूर ने अपने अंदाज में लोगों को खूब हंसाया। सड़क यात्राओं, माता-पिता के व्यवहार व मानसिकता पर व्यंग्य प्रस्तुत किए। मंच पर गौरव पूरे रंग में दिखे हालांकि उनकी अदायगी में उतनी रवानी नहीं थी, लेकिन फिर भी उन्होंने दर्शकों से एक कने1शन बनाया। उनके हर हास्य व्यंग्य पर दर्शक खूब हंसे। वहीं अश्रि्वन और अच्युत की जोड़ी ने बिलीव हू आर यूए फायर 3लाई, 1लोजर आदि गाने सुनाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। बैंड की तेज धुनों पर सभी श्रोता थिरकने पर मजबूर हो गए। एक के बाद एक बेहतरीन गीतों की प्रस्तुति ने माहौल को खुशनुमा कर दिया।