-पत्नी ने आशिक संग मिलकर पति को ईट से कूच डाला

-पांच साल का बेटा बना पापा की हत्या का गवाह

-कैंट एरिया के विशुनपुरवा मोहल्ला की घटना सुन हर कोई रह गया अवाक

-हत्या को एक्सीडेंट का रूप देने की रची थी साजिश

-रात में गश्त पर निकली निकली पुलिस को देख भागे आरोपी तो दौड़ाकर पकड़ा

GORAKHPUR: कहते हैं प्रेम त्याग और बलिदान का नाम है तो शादी सात जन्मों का बंधन। लेकिन रविवार को जब इन दोनों ही रिश्तों को कलंकित करने वाली घटना सामने आई तो हर कोई हैरान रह गया। घटना ही कुछ ऐसी घटी। शहर के कैंट एरिया के विशुनपुरवा मोहल्ले में महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति का ही खून कर डाला। यहां तक कि अपने पांच साल के मासूम बेटे की भी परवाह नहीं की जो घटना के वक्त वहीं मौजूद था। योजना थी कि हत्या के बाद इसे एक्सीडेंट का रूप दे दिया जाए लेकिन शनिवार की रात गश्त पर निकली पुलिस अपनी ड्यूटी कर गई और रिश्तों को दागदार करने वाले बेनकाब हो गए। पुलिस ने हत्या के आरोप में पुलिस ने महिला, उसके ब्वायफ्रेंड और दो अन्य को गिरफ्तार कर ि1लया है।

पुलिस गश्ती कर गई काम

शनिवार रात करीब सवा एक बजे खून से लथपथ युवक को बाइक पर बिठाकर दो लोग महादेव झारखंडी मंदिर की ओर जा रहे थे। तभी गश्त पर निकली पुलिस आ गई। पुलिस को देखकर बाइक सवार युवक मकान के पीछे बाइक सहित खून से लथपथ युवक को छोड़कर भागने लगे। पुलिस को संदेह हुआ और उसने युवकों को दौड़ा लिया। पहले तो दोनों ने कहानी बनाने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने खून से सनी युवक की लाश देखी तो उन्हें पकड़कर चौकी लेती गई। इसके ठीक पहले पुलिस को इसी एरिया में प्रदूषण विभाग के ऑफिस के पास एक फोर व्हीलर लावारिस हालत में मिली थी। ड्राइवर से पूछताछ पर वह कुछ ठीक से नहीं बता पाया तो उसे भी पुलिस चौकी लेती गई थी। बाद में पता चला कि बाइक सवार युवक और फोर व्हीलर के वहां होने का एक ही घटना से कनेक्शन था। पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों की पहचान देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना क्षेत्र स्थित पतरहट गांव के डब्लू सिंह उर्फ कामेश्वर और राधेश्याम मौर्य के रूप में हुई। पुलिस थोड़ी सख्त हुई तो डब्लू ने जो कुछ बताया उससे एकबारगी पुलिस के भी होश फाख्ता हो गए।

यह है कहानी

कैंट एरिया के विशुनपुरवा निवासी विनोद सिंह रिक्शा कंपनी चलाते हैं। विवेक प्रसाद सिंह उर्फ विक्की उनके इकलौते बेटे थे जो एक न्यूजपेपर के सर्कुलेशन डिपार्टमेंट में एंप्लाई थे। डब्लू ने बताया कि विक्की की पत्‍‌नी सुषमा की शादी 2011 में उसकी मर्जी के खिलाफ कर दी गई थी जबकि उसका और सुषमा का प्रेम संबंध 12 साल से चल रहा है। शादी के बाद भी वह दोनों संपर्क में बने हुए थे। इसकी जानकारी विक्की को हुई तो उसने पहले सुषमा को समझाया लेकिन वह नहीं मानी तो विक्की विरोध करने लगा। इस कारण विक्की को रास्ते से हटाने की साजिश रची गई।

और रच डाली रिश्तों के खून की साजिश

डब्लू ने विक्की की हत्या की साजिश रची। वारदात को अंजाम देने के लिए बारात जाने के बहाने डब्लू अपने चाचा का फोर व्हीलर लेकर निकला। गाड़ी में उसके साथ ड्राइवर मुकेश, गांव के सुनील और अनिल मौर्य भी थे। रात में वे सुषमा के घर वाले मोहल्ले में पहुंचे और पास में ही प्रदूषण विभाग की ऑफिस के सामने फोर व्हीलर खड़ी कर दी। ड्राइवर मुकेश गाड़ी में ही रह गया जबकि सुनील और अनिल को लेकर डब्लू सुषमा के घर में चले गए। पहले से योजना थी इसलिए अंदर जाने में कोई दिक्कत न हुई। सभी सीधे सुषमा के बेडरूम में पहुंच गए, जहां विक्की सो रहा था।

ईट से कूंच डाला सिर

डब्लू ने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने सो रहे विक्की का गला दबाया। आवाज बाहर न निकले, इसके लिए मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। फिर कमरे के बाहर पड़े ईट से सिर कूंचकर मार डाला। इस दौरान विक्की ने संघर्ष किया लेकिन सुषमा के भी गला दबाने पर वह टूट गया और जल्द ही काबू में आ गया। विक्की को मारने के बाद उसकी डेड बॉडी को छत के रास्ते घसीटकर बगल वाले कट्रैन के मकान पर ले गए। वहां से डेड बॉडी उतारकर विक्की की ही बाइक पर लाद ली। डेड बॉडी को लेकर जा ही रहे थे कि पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उधर, फोर व्हीलर में बैठा ड्राइवर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कुछ ही देर में सारे आरोपी पुलिस के हाथ्ा लग गए।

पुलिस से भिड़ गई सुषमा

पुलिस चौकी पर सभी आरोपियों से सच जानने के बाद पुलिस उन्हें लेकर रात करीब दो बजे विक्की के घर पहुंची। मकान की पहली मंजिल पर विक्की का कमरा है। नीचे दरवाजा खुला होने के कारण पुलिस सीधे विक्की के कमरे तक पहुंच गई लेकिन दरवाजा बंद था। सुषमा के दरवाजा नहीं खोलने पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया। पुलिस वालों को देखकर सुषमा उनसे भिड़ गई। घर में शोर-गुल होने पर नीचे कमरों में सो रहे विक्की के मां-बाप और अन्य लोग जाग गए। उन लोगों को पुलिस ने सारी साजिश बताई तो सुषमा इसे खारिज करती रही। लेकिन उसके पांच साल के बेटे आरुष ने हकीकत बयां कर दी।

चुप रह गया इसलिए बच गया आरुष

जब सभी आरोपी विक्की का गला दबा रहे थे तब आरुष की भी नींद खुल गई। उसने कहा कि पापा को मत मारो, दादा से कह दूंगा। इस पर आरोपियों ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इससे सहमकर आरुष चुप होकर वही दुबक गया। यदि आरुष ने शोर मचाया होता तो शायद आरोपी उसे भी मार डालते। आरुष ने पुलिस को बताया कि मम्मी ने कुछ लोगों संग मिलकर उसके पापा का गला दबा दिया। बच्चे के बयान पर पुलिस ने सुषमा को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो वह भी टूट गई और सारा सच सामने आ गया।

यह थी प्लानिंग

सुषमा ने प्रेमी संग मिलकर सिर्फ पति की हत्या की ही साजिश नहीं रची बल्कि इसे एक्सीडेंट का रूप देने की भी प्लानिंग कर ली थी। प्लानिंग थी कि विक्की की डेड बॉडी और उसकी बाइक को घर से दूर हाइवे पर ले जाते। वहां फोरव्हीलर से इस तरह कुचल देते जैसे कि एक्सीडेंट में विक्की की मौत हो गई। लेकिन विक्की की बाइक पर उसकी डेड बॉडी को ले जाते समय ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए और योजना धरी की धरी रह गई। विक्की के पिता की तहरीर पर पुलिस ने हत्या, हत्या करके डेड बॉडी छिपाने का मामला दर्ज किया है।

वर्जन

महिला ने अपने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या को अंजाम दिया। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रेमी डब्लू पहले बदायूं जेल में था जो 18 मार्च को ही छूटा था।

- ओमहरि बाजपेयी, इंस्पेक्टर कैंट