ALLAHABAD: रिश्ता जोड़ा था बेटी का और खुद ही समधी पर फिदा हो गयी। इस हद तक कि रिश्ते की सारी मर्यादाएं तार-तार हो गयी। इससे वह बेटी भी अंजान नहीं थी जो बहू बनकर गयी थी और न ही न ही समधी, लेकिन, इश्क कहां रिश्ते देखता है। कहावत यहां चरितार्थ हो गयी। समधी को अपनी पत्‌नी के आगोश में देखकर पति का माथा ठनक गया तो उसने विरोध करते हुए पत्‌नी को पीट दिया। इसके बदले में उसे मिली मौत जो पत्‌नी ने समधी के साथ मिलकर उसे दे दी। बेटी भी सब जानती थी फिर भी खामोश रही, यह मामला घटना का खुलासा करने वाली पुलिस को भी परेशान करना वाला था। फिलहाल इश्क में जी रहे समधी-समधन समेत तीन जेल पहुंचा दिए गए हैं।

 

19 सितंबर को हुआ था मर्डर

शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के गढ़वा जंगल 19 सितंबर को एक बुरी तरह से क्षत-विक्षत बॉडी बरामद हुई थी। शव को बुरी तरह से कूंच दिया गया था। इससे पहचान नहीं हो पायी। पुलिस ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराया और भरा पूरा परिवार होने के बाद भी लावारिस के तौर पर उसका अंतिम संस्कार करवा दिया। पुलिस प्रकरण की जांच में लगी रही लेकिन पहचान ही बड़ा चैलेंज बना रहा। एसओ शंकरगढ़ अमित मिश्रा के अनुसार उन्हें पूर्व नियुक्ति के थाने से एक महत्वपूर्ण सूचना मिली तो एक आरोपी से पूछताछ करने पहुंचे। इसके बाद मामले की परत दर परत खुलती चली गयी। हत्यारों ने वह स्पॉट भी बता दिया जहां मारने के बाद उन्होंने मृतक को फेंका था।

 

मध्य प्रदेश का मूल निवासी था

पुलिस के अनुसार मृतक का नाम मुन्ना लाल पुत्र जगन्नाथ 45 वर्ष था। वह कनपुरा जवा रीवा मध्य प्रदेश का रहने वाला था। परिवार में पत्‌नी के अलावा तीन बच्चे हैं। वह 14 सितम्बर से ही अपने घर से गायब था। एसओ ने मृतक के भाई को बुलाकर पहचान कराई तो तस्वीर और कपड़ों से उसने पहचान लिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी पत्‌नी कलावती और बेटी को उठाकर पूछताछ की तो उन्होंने पूरा घटनाक्रम बता दिया। घटना के दिन मृतक अपनी पत्‌नी को दिखाने के लिए आया था। इसके बाद गायब हो गया।

 

बेटी ब्याही थी समधी के बेटे से

मृतक मुन्ना लाल के तीन बच्चे हैं। इसमें से एक बेटी की शादी करीब तीन साल पहले उसे सुजनी समोधा थाना खीरी निवासी सूर्यमणी के बेटे से की थी। बेटे की बारात लेकर पहुंचे सूर्यमणी खुद बहू की मां पर फिदा हो गये। आना-जाना बढ़ा तो दोनों में करीबी भी बढ़ गयी। पुलिस के अनुसार दोनों के बीच अवैध संबंध भी स्थापित हो गया था। इसे मृतक ने देख लिया तो पत्‌नी को मारना-पीटना शुरू कर दिया। इससे परिवार में कलह बढ़ती गयी। इसकी जानकारी सूर्यमणि को हुई तो उसने कलावती के साथ मिलकर मुन्ना को ठिकाने लगा दिया। घटना के दिन वह पत्‌नी को दिखाने बंगाली डॉक्टर के यहां आया था। यहां से निकलने पर सूर्यमणि उससे मिला और भरोसा दिलाया कि वह झाड़ फूंक वाले बाबा को जानते हैं जो बीमारी ठीक कर देगा। उनके झांसे में आकर मुन्ना साथ गया तो उन लोगों ने जंगल में ले जाकर उसे कूंच दिया और मौत के बाद बॉडी जंगल में छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने इन दोनों के अलावा सूर्यमणि के दोस्त तिलहापुर मोड़ कौशांबी निवासी राजेन्द्र सिंह पटेल को गिरफ्तार किया है। वह भी इस हत्याकांड में शामिल बताया गया है।

 

बेटी को भी मां के रिलेशन के बारे में पता था और पिता की हत्या के बारे में भी। इसके बाद भी वो खामोशियां ओढ़े रही। यह समझ से परे है। तीनो गिरफ्तार लोगों को जेल भेज दिया गया है.

अमित मिश्रा, एसओ शंकरगढ़

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