मोदी सरकार के एक साल के कार्यकाल में महिला अपराध कम हुआ या नहीं। नारी सुरक्षा की क्या स्थिति है? इसे लेकर आई नेक्स्ट ने एक सर्वे कराया, जिसमें यह बात सामने आई कि ज्यादातर महिलाएं आज भी अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं।

महिलाओं को है उम्मीद, सुरक्षा देगी सरकार

आधी आबादी को हक और नारी सुरक्षा 2014 के लोकसभा इलेक्शन में बड़ा मुद्दा था। मोदी सरकार ने भी इन मुद्दों पर चुनाव लड़ा। लेकिन आज मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर नारी सुरक्षा पर लोगों की क्या राय है। क्या महिलाओं को सुरक्षा देने में सरकार सफल रही है? क्या महिलाओं खुद को सेफ फील कर रही हैं। ऐसे ही सवालों के जवाब जानने के लिए आई नेक्स्ट ने एक सर्वे कराया, जिसमें रांचीआइट्स ने रखी अलग-अलग राय।

पिछले साल आम चुनाव में भाजपा ने महिलाओं की सुरक्षा को बड़ा मुद्दा बनाकर वोट मांगा था। चुनाव में वादे किए गए थे कि सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष काम करेगी। महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी, लेकिन एक साल में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है। आज भी महिलाएं अपने का असुरक्षित महसूस करती हैं। आज भी महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।

श्रद्धा सिन्हा

पिछले एक साल में देशभर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं भले ही कम हुई हैं, लेकिन मोदी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए जो वादा किया था, वह पूरा नहीं किया है। आज भी हालत यह है कि देश के किसी भी कोने में चले जाइए, महिलाएं अकेले जाने में डरती हैं। आखिर ऐसा क्यों है कि आज एक अकेली महिला सुरक्षित नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसपर ध्यान देने की जरूरत है कि उन्होंने देशभर की महिलाओं के साथ जो वादा किया था उसे पूरा करें।

सृष्टि दूबे