- डंडा लेकर निकलीं महिलाओं ने आधा दर्जन शराब की दुकानों पर जमकर की तोड़फोड़

- शराब ठेकों पर मौजूद लोगों संग स्टॉफ की पिटाई, दुकानें बंद कर भागे सेल्समैन

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

सत्ता बदलने के साथ ही बिहार की तरह यूपी में भी शराब बंदी की मांग तेज हो गई है। इसी का असर रहा कि बुधवार को शराब के खिलाफ दोपहर बाद एक विधायक के अगुवाई में सैकड़ों महिलाएं सड़क पर उतर आई और एक एक करके उनके निशाने पर देसी, अंग्रेजी व बियर की दुकानें आ गई। ठेकों पर जमकर तोड़फोड़, पथराव व डंडे पटकने के साथ महिलाओं ने सेल्समैन और वहां मौजूद लोगों को पीटा भी। करीब तीन घंटे तक पुलिस समझाने में जुटी रही लेकिन महिलाएं कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थीं। विधायक ने पुलिसकर्मियों को भी अरदब में लेते हुए दुकानें नहीं खुलने की चेतावनी दे डाली।

दुकानों पर चलाये पत्थर भी

बड़ी संख्या में शिवपुरवा, माधोपुर और रानीपुर की महिलाओं ने मंडुआडीह सब्जीमंडी के पास स्थित देसी शराब की दूकान पर लाठी और डंडे लेकर धमक गई और दूकान के बाहर नारेबाजी करने लगीं। माहौल बिगड़ता देख सेल्समैन दुकान बंद करके भाग खड़ा हुआ। दुकान बंद होने के बावजूद शटर पर डंडा पटकने के साथ पथराव भी हुआ। उसके बाद महिलाओं का हुजूम आगे बढ़ा और समीप स्थित बीयर की दुकान की तरफ गई वहां पर दुकान बंद करके सेल्समैन भाग निकला। वहां दुकान बंद देख महिलाएं कुछ दूर आगे स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर पहुंची लेकिन तब तक सेल्समैन को सूचना मिल चुकी थी और शटर गिरा कर वह नौ दो ग्यारह हो चुका था। यहां पर भी महिलाओं ने दूकान पर पथराव किया। सूचना पाकर मौके पर यूपी 100 की पुलिस और मंडुआडीह इंस्पेक्टर अजय सिंह फोर्स के साथ पहुंचे और महिलाओं समझाने-बुझानेलगे।

पीटते हैं हम लोगों को

इन महिलाओं का आरोप था कि इन दुकानों से हम लोगों के घरों के पुरुष शराब पीकर जाते हैं और हमें मारते पीटते हैं। पुलिस के काफी समझाने पर भी महिलाओं का कहना था कि इन दुकानों में ताला बंद करवाया जाए। मौके पर नवनिर्वाचित विधायक सौरभ श्रीवास्तव भी पहुंच गए थे। उन्होंने महिलाओं को समझाया लेकिन उन पर कुछ भी असर नहीं हुआ। इसके बाद चांदपुर, इंडस्ट्रीयल एस्टेट, मंडुआडीह स्टेशन के सामने, ककरमत्ता, महमूरगंज में भी देसी, अंगे्रजी शराब की दुकानों को निशाना बनाया गया। मंडुआडीह इंस्पेक्टर ने पूछने पर बताया कि एहतियातन उन्होंने देसी, बीयर और अंग्रेजी शराब की दुकानों की चाबी अपने कब्जे में ले लिया है और जैसा उच्चाधिकारी आदेश करेंगे वैसा ही किया जाएगा।