लूट व चेन स्नेचिंग को रोक पाने में पुलिस को महिलाओं ने माना नाकाम

सेल्फ सेफ्टी के इंतजाम पर जोर, पुलिस अफसरों को दिए सुझाव

ALLAHABAD: बढ़ते अपराध को कंट्रोल करने में नाकाम पुलिस महिलाओं की नजर में शाख खो चुकी है। बढ़ती चेन चेन स्नेचिंग की घटनाओं ने पुलिस को नकारा साबित कर दिया है। शहर में आए दिन महिलाओं के साथ हो रही चेन स्नेचिंग व लूट की वारदातों पर जब 'आई नेक्स्ट' ने महिलाओं से बातचीत की तो उन्होंने पूरी बेबाकी से हर सवाल पर अपनी राय रखी।

ये दिए सुझाव

मुख्य चौराहों और पार्को में महिला पुलिस की तैनाती की जाय

समय-समय पर महिला संस्था व क्लब के माध्यम से विचार विर्मश हो

पुलिस प्रशासन द्वारा समय-समय पर सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण कराया जाए

ग‌र्ल्स स्कूल और कॉलेज खुलने व बंद होने के समय सादे कपड़ों में महिला पुलिस तैनात हो

कंपनी बाग में महिला पुलिसकर्मियों की सख्त जरूरत है, क्योंकि रोजाना यहां महिलाएं व लड़कियां आती हैं

महिलाओं के साथ स्नेचिंग व लूट करने वाले बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाही हो

महिलाओं व युवतियों की बेबाक राय

शहर में महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग की घटनाएं बढ़ी हैं। सड़कों पर पुलिस सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है। अपराधी खुलेआम घटनाओं को अंजाम देकर चले जाते हैं। पुलिस कुछ नहीं कर पाती है।

स्वेता

कुछ दिन पहले ही मेरे एक रिलेटिव के साथ ऐसी ही घटना घटी। इससे साफ जाहिर होता है कि महिला सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस घटनाओं को रोकने में विफल है। ग‌र्ल्स स्कूल कॉलेज के पास पुलिस बिल्कुल भी नजर नहीं आती है।

रागिनी चंदेल

महिला पुलिस कहीं भी नहीं दिखती है। कई बार हम महिलाओं के सामने ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिसकी शिकायत हम महिला पुलिस से ही कर सकती हैं। पुलिस अधिकारियों को कुछ खास जगहों पर महिला पुलिस की तैनाती करनी चाहिए।

विनिता

अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को और अधिक सक्रिय होने की जरूरत है। वरना बदमाश ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहेंगे और पुलिस उनका कुछ नहीं कर पाएगी। महिलाओं के साथ बढ़ती घटनाओं पर पुलिस को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

रीना

अब वह वक्त आ गया है जब महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़ेगी। इसके किकेलए उन्हें सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण लेना होगा, तब जाकर वह सुरक्षित रह पाएंगी। महिलाओं के लिए ऐसे कोर्स चलाने की सख्त जरूरत है।

तान्या मल्होत्रा

मार्केट जाते समय हमेशा यह डर सताता रहता है कि न जाने कब और कहां किस मोड़ पर कोई बदमाश आए और चेन लूट ले। कई बार बदमाश हमें चोट भी पहुंचा देते हैं जिससे जान जाने का खतरा भी बना रहता है।

रंजना मिश्रा

मुझे तो नहीं लगता है कि शहर में पुलिस कहीं है। अक्सर न्यूज पेपर के माध्यम से लूट और स्नेचिंग की जानकारी मिलती रहती है। पुलिस अधिकारियों को समय-समय पर अभियान चलाने की जरूरत है। ताकि बदमाशों के मन में पुलिस का खौफ कायम हो।

स्वेता कुमार

पुलिस को चाहिए कि वह महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ कड़े कदम उठाए, वरना वह दिन दूर नहीं जब सभी महिलाओं का पुलिस पर से पूरी तरह भरोसा उठ जाएगा। हम महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़ेगी।

प्रतिभा कौशल, इनर व्हील नव्या प्रेसीडेंट

अब महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी। इसके लिए हमें सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा, जिससे अगर कोई बदमाश हम पर हमला करे तो हम उससे दो-दो हाथ कर सकें।

शिखा

शहर में आपराधिक घटनाएं रोज हो रही हैं। इसमें स्नेचिंग की घटनाएं प्रति दिन सुनने को मिलती हैं। इससे यह साफ जाहिर है कि शहर में पुलिस सुरक्षा के नाम पर कोई खास इंतजाम नहीं है।

सोनल

मैं एक वर्किंग वीमेस हूं, अक्सर काम के सिलसिले में मुझे घर से बाहर जाना पड़ता है। बाहर निकलते वक्त काफी डर बना रहता है। जिस तरह आए दिन महिलाओं के साथ लूट व स्नेचिंग हो रही है उसे देखकर लगता है कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद से करने की जरूरत है।

कविता यादव