- लक्सा में मच्छरों को भगाने के लिए मॉसक्विटो कॉइल जलाकर सो रही महिला की घर में आग लगने से हुई मौत
-पति, बेटा और बेटी बुरी तरह झुलसे, भोर में हुई घटना, हर कोई रह गया सन्न
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मच्छरों को दूर भगाकर चैन की नींद सोने के लिए कमरे में जलाया गया मॉसक्विटो कॉइल घर की मालकिन के लिए मौत की वजह बन गया। मामला लक्सा के रामजानकी मंदिर के पीछे का है। यहां रहने वाले पान विक्रेता के कमरे में सोमवार की भोर में मॉसक्विटो कॉइल से आग लग गई। आग फैलती गई और कमरे में सो रहे पति-पत्नी दोनों को अपने आगोश में ले लिया। शोर सुनकर मां-बाप को बचाने पहुंचे बेटा-बेटी भी बुरी तरह झुलस गए। स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया और सभी झुलसे लोगों को मंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इलाज के दौरान सोना देवी (55 वर्ष) ने दम तोड़ दिया जबकि पति भगवान दास साहनी, बेटे सोनू और बेटी काजल का इलाज जारी है।
पान की डलिया बनी खतरा
भगवानदास का बेटा सोनू 35 वर्ष दशाश्वमेध पर पान की दुकान चलाता है। बेटी काजल घर पर मां सोना देवी का कामकाज में हाथ बटाती है। भगवान दास का लक्सा रामजानकी मंदिर के पीछे तीन मंजिला मकान है। नीचे के फ्लोर पर वो पत्नी सोना देवी के साथ रहते थे जबकि तीसरी मंजिल पर बेटा सोनू और बेटी काजल रहते हैं। भगवानदास दुकान के लिए पान का स्टॉक अपने कमरे में ही रखते थे। रविवार को भी उन्होंने कई डलियों में पान कमरे में रखा और मॉसक्विटो कॉइल जलाकर पति पत्नी सोने चले गए। भोर में किसी वक्त आग एक डलिया में लगी और देखते देखते पूरा कमरा आग में घिर गया। आग ने विकराल रूप ले लिया और इसकी चपेट में अंदर सो रहे पति पत्नी आ गए। शोर सुनकर बेटा सोनू और काजल नीचे आये और मां-बाप को बचाने का प्रयास करने लगे लेकिन आग बड़ी होने के कारण वो दोनों भी इसकी चपेट में आ गए। आग पर किसी तरह काबू पाया गया और झुलसे पूरे परिवार को अस्पताल पहुंचाया गया जहां सोना देवी की सोमवार सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर मौत हो गई।
प्लीज ऐसा न करें आप भी
- मॉसक्विटो क्वाइल बहुत खतरनाक है
- इसलिए इसे रात को जलाकर कमरा बंद कर सोने न जाएं
- क्योंकि इसके धुएं से भी दम घुटने का डर होता है
- अस्थमा पेशेंट कॉइल का यूज न करें
- क्योंकि ये जानलेवा भी हो सकता है
-कॉइल कभी भी बेड के पास या फिर ऐसी जगह न रखें जहां कोई कपड़ा या चादर हो