-सुभाषनगर के शांति विहार में दिनदहाड़े हुई वारदात

-वारदात के बाद एरिया में फैली सनसनी, पुलिस को मौके से मिला चाकू

BAREILLY: सुभाषनगर थाना अंतर्गत शांति विहार में महिला की गला रेतकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारा बड़े आराम से फरार हो गया और मोहल्ले वालों को भनक तक नहीं लगी। शाम को जब पति पहुंचा तो पत्‍‌नी को खून से लथपथ पाया। सूचना पर पुलिस, फील्ड यूनिट और डाग स्क्वायड ने जांच की। एसएसपी जोगेंद्र कुमार, एसपी सिटी समीर सौरभ व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पति से पूछताछ की। पुलिस पुरानी रंजिश को ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी हुई है।

दो साल पहले हुई थी शादी

21 वर्षीय अंजलि मिश्रा का मायका धनबाद झारखंड में है। उसकी 2 साल पहले शांति विहार निवासी अनुज मिश्रा से हुई थी। अनुज मिश्रा ट्रेनों में शंकर बाम और हींगबटी बेचता है। अनुज मिश्रा दो महीने से वीरेश के मकान में किराये पर रह रहा था। उसके पिता सुशील कुमार, मां लज्जावती, चार भाई मनोज, पंकज, रवि, अंकित और बहन पूजा हैं। वे शांति विहार में दूसरी जगह पर रहते हैं।

लाश के पास मिला चाकू

अनुज मिश्रा ने बताया कि थर्सडे सुबह करीब 10 बजे वह घर से बाम बेचने के लिए निकला था। वह कासगंज से आने वाली ट्रेन में गया था। वह शाम को लालकुआं से आने वाली ट्रेन से करीब पौने 5 बजे बरेली लौटा था। जंक्शन से वह सुभाषनगर गया और उसने बाम खरीदी। इसके बाद वह घर पहुंचा तो देखा कि पत्‍‌नी की लाश पड़ी थी और उसकी गर्दन कटी हुई थी। उसने तुरंत इस बारे में पड़ोसियों को बताया और यूपी 100 को भी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम पहुंची और जांच पड़ताल की। पुलिस ने देखा कि अंजलि की लाश से कुछ दूरी पर ही घरों में इस्तेमाल होने वाला चाकू भी पड़ा हुआ था, जिससे आशंका है कि इसी चाकू से अंजलि की हत्या की गई होगी।

15 दिन पहले पत्‍‌नी का लिया मोबाइल

पुलिस पूछताछ में अनुज ने बताया कि अंजलि के पास मोबाइल नहीं था। करीब 15 दिन पहले उसका मोबाइल खो गया था, तो वह अंजलि का ही मोबाइल यूज कर रहा था। उसने अंजलि का सिम निकालकर घर ही रख दिया था। उसने पुलिस को बताया कि पड़ोसियों ने बताया है कि अंजलि ने दोपहर में फेरी वाले से चूडि़यां भी पहनी हैं। उसने बताया कि जब वह रिछा में था तो अंजलि के मायके से फोन भी आया था तो उसने घर पहुंचकर बात कराने के लिए कहा था।

रंजिश में हत्या का शक

अनुज ने बताया कि करीब 5 साल पहले फतेहपुर सुभाषनगर निवासी सुरेश यादव और उसकी मां की हत्या हुई थी। इस केस में उसके परिवार को झूठा फंसाया गया था, जिसमें वह और उसकी मां लज्जावती, भाई पंकज और रवि जेल गए थे। कुछ दिनों पहले केस कोर्ट से फाइनल हो गया है। जिसमें सभी छूट चुके हैं। उसे शक है कि सुरेश का भाई अक्सर उसके मोहल्ले में आता था। हो सकता है कि बदला लेने के लिए उसकी पत्‍‌नी की हत्या की गई हो।

परिजनों को पुलिस ने संभाला

हत्या की सूचना पर जब अनुज के परिजन पहुंचे तो वे फूट-फूट कर रोने लगे। वहां मौजूद ट्रेनी आईपीएस ने अनुज मिश्रा की मां लज्जावती को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया। मोहल्ले में दिनदहाड़े हत्या की वारदात से सनसनी फैल गई और लोगों की भीड़ जमा हो गई।

पुलिस के गले नहीं उतर रही कहानी

पुलिस ने अनुज से कई बार पूछताछ की, लेकिन उसकी कहानी पुलिस को गले नहीं उतर रही है।

-अनुज की मानें तो जब वह घर पहुंचा तो दरवाजे का एक पल्ला ओपन था। यदि किसी बाहरी ने हत्या की होगी तो वह आराम से गेट बंद करके जाता

-जब पुलिस मौके पर पहुंची तो अनुज के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी, लेकिन बाद में वह रोने लगा,

-अनुज कमरे के गेट तक तो गया लेकिन वह पत्‍‌नी की लाश देखकर अंदर नहीं गया और सबसे पहले बाहर आकर पड़ोसियों को बताया

-15 दिन पहले पत्‍‌नी का अनुज ने मोबाइल क्यों लिया

-यदि रंजिशन हत्या का बदला लिया गया है तो इतने साल बाद अचानक हत्या क्यों की गई

-मौके से जो चाकू मिला है, उससे हत्या करना आसान नहीं है, हत्या करने में काफी समय लगा होगा

-डाग स्क्वायड अंदर से मेन गेट की ओर गया है, जिससे साफ है कि कोई गेट से ही बाहर निकला है, जबकि मकान की दीवारें काफी नीचे हैं और कोई दीवार फांदकर भी फरार हो सकता है