-दिसंबर 2012 में यूजीसी से कॉलेज के एकाउंट में आया था पैसा, बिना खर्च हुए ही यूनिवर्सिटी ने अकाउंट सील करवा दिया था

-कॉलेज ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का कार्य करवा लिया था, पैसे नहीं मिलने से हो रही थी परेशानी

JAMSHEDPUR : लगभग ख्0 महीने बाद वीमेंस कॉलेज को यूजीसी द्वारा कॉलेज विद पोटेंशियल फॉर एक्सीलेंस (सीपीई) फंड में दिए गए फ्0 लाख रुपए मिलने की संभावना है। दिसंबर ख्0क्ख् में कॉलेज के अकाउंट में आए इस पैसे को अभी तक यूटिलाइज नहीं किया जा सका है। यूनिवर्सिटी लेवल से ओके होने के बाद अब जल्दी ही वह पैसा कॉलेज के पास खर्च के लिए अवेलबल होगा।

कई बार यूनिवर्सिटी काे लिखा गया

कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने सीपीई फंड के पैसे को रिलीज करने के लिए कई बार यूनिवर्सिटी को लिखा। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी ने कहा कि इस सिलसिले में वह वीसी से मिलकर भी बात कर चुकी थीं। चूकि कॉलेज में कराए गए वर्क के लिए चेक फरवरी-मार्च में ही रिलीज हो चुका था, इसलिए पैसे को खर्च करने में फाइनांशियल इयर वाली प्रॉब्लम सामने नहीं आएगी।

क्या था मामला?

दिसंबर ख्0क्ख् में यूजीसी द्वारा सीपीई फंड में वीमेंस कॉलेज को फ्0 लाख रुपए दिए गए थे। दिसंबर में ही कॉलेज के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो गए थे। पूर्व प्रिंसिपल के प्रोवीसी बनने के बाद पैसे का यूटिलाइजेशन नहीं हो पाया। नई प्रिंसिपल को जब पता चला कि पैसे खर्च नहीं हुए हैं तो कॉलेज में बुक्स मंगा लिए गए, वाई-फाई फैसिलिटी एक्टिवेट करा ली गई, अलमीरा खरीद लिया गया और एक्सटेंशन एक्टिविटीज भी करा ली गई। जब पैसे रिलीज करने के लिए यूनिवर्सिटी को लिखा गया तो यूनिवर्सिटी से कहा गया कि वह पैसा ख्0क्ख्-क्फ् के लिए था जिसका समय खत्म हो चुका है। यूनिवर्सिटी द्वारा बैंक को लेटर लिखकर अकाउंट को सील करा दिया गया। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि यूजीसी द्वारा भेजे गए लेटर में पैसे के यूटिलाइजेशन के लिए समय को एक साल एक्सटेंड करने का परमिशन दिया गया है। इस तरह कॉलेज उस पैसे को मार्च ख्0क्ब् तक खर्च कर सकता था। पैसे रिलीज नहीं होने पर कॉलेज के सामने बड़ा संकट आ गया। कॉलेज ने उस पैसे को ध्यान में रखकर जो एक्सपेंस किए गए थे उसे देने के लिए पैसे ही नहीं थे।

कॉलेज में जहां जरूरत थी वहां सीपीई फंड के पैसे खर्च तो कर दिए गए, लेकिन यूनिवर्सिटी से पैसे को खर्च करने की परमिशन नहीं मिलने की वजह से कॉलेज के सामने प्रॉब्लम हो गई है। हमने इस मामले पर यूनिवर्सिटी को कई बार लेटर लिखा।

- डॉ सुमिता मुखर्जी, प्रिंसिपल वीमेंस कॉलेज

वीमेंस कॉलेज के सीपीई फंड में आए पैसे जल्दी ही कॉलेज को मिल जाएंगे। हमने ऑथराइजेशन लेटर पर साइन भी कर दिया है। कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम थी जिसे सॉल्व कर लिया गया है।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू