शुआट्स के एसएफएमसी में तीन दिवसीय कार्यशाला अभिनय 2018 की शुरुआत

ALLAHABAD: स्कूल ऑफ फिल्म एंड मास कम्युनिकेशन सैम हिग्गिनबॉट्म युनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज में बुधवार से तीन दिवसीय कार्यशाला अभिनय 2018 का शुभारंभ हुआ। इसके मुख्य अतिथि प्रो। रंजन जॉन डीन फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट आर्ट एंड कल्चर एंड सोशल साइंसेज ने ईश्वर की प्रार्थना से कार्यक्रम की शुरुआत की। सम्बोधन में प्रो। रंजन जॉन ने कहा कि जो आप देख रहे हैं और जो आप नहीं हैं। लेकिन जो दूसरों को आप प्रस्तुत करते हैं वही अभिनय है।

कुल लोग पैदाइशी कलाकार

प्रो। जॉन ने कहा कि हमें वो नहीं बनना जो हम हैं। जो चीज हम नहीं हैं वो हमें बनाया जाता है अभिनय में। अनिल रंजन भौमिक ने बताया कि इस कार्यशाला के द्वारा छात्र अपने अंदर का टैलेंट उजागर कर सकते हैं। डॉ। विधु खरे ने एक्टिंग के अलग नजरिए को बताया। आलोक ने अभिनय की कला को साधना से जोड़ते हुए इसे सार्थक बताया। रितिका अवस्थी ने अपने सम्बोधन में कहा कि कुछ लोग पैदाइशी कलाकार होते हैं। उन्होंने अवलोकन को अभिनय के लिए जरुरी बताया। कार्यक्रम का संचालन मिस अनीशा हेनरी ने किया।