ट्यूमर का वजन काफी ज्यादा

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई हैं. उनका मानना है कि उनके अथक और सावधानी भरे प्रयास से बिहार के दरभंगा निवासी के. एल. दास (66) की जिंदगी संवर गई. जी हां  के. एल. दास के पेट के दाहिने हिस्से में अक्सर ही दर्द होता था. जब उन्होंने डाक्टरों को दिखाया तो उनकी किडनी में टयूमर होने की बात पता चली. काफी दवाओं के बाद जब उन्हें आराम नहीं मिला तो वह इसके ऑपरेशन के लिए तैयार हुए. ऐसे में इनके आपरेशन को लेकर दिक्कते आने लगी क्योंकि इनके ट्यूमर का वजन काफी ज्यादा था. बावजूद इसके अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों ने काफी दिलेरी दिखाई और ऑपरेशन करने में सफल्ा हुए.

किडनी को एक साथ बाहर निकाला

वहीं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ऑन्कॉलजी सर्जन डॉक्टर एम. डी. रे के मुताबिक के. एल. दास के  ट्यूमर का वजन 5.018 किलोग्राम है. जो 20 गुणा 15 सेमी का एक बड़ा-सा ट्यूमर पेट के राइट साइड में था. यह किडनी से होते हुए लंग्स तक पहुंच गया था. ऐसे में यह एक बड़ी और थोड़ी क्रिटिकल सर्जरी थी. जिससे इसमे पेट से सीने तक एक चीरा लगाने के बाद पूरी किडनी को एक साथ ही बाहर निकाला गया. यह ऑपरेशन सुबह 9 बजे से दोपहर 2.30 तक चला. बताते चलें कि यह अब तक का दुनिया का सबसे बड़ा ट्यूमर है, क्योंकि इसके पहले दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में 2.75 किलोग्राम का ट्यूमर निकाला था.

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