- 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा ऑस्टियोपोरोसिस डे

- पूर्वाचल में दबे पांव आ रही बीमारी, महिलाएं सबसे पीडि़त

GORAKHPUR : हड्डी की बीमारी ऑस्टियोपारोसिस पूर्वाचल में तेजी से अपने पैर पसार रही है। यह बीमारी चुपके-चुपके हड्डियों को कमजोर करती जाती है। इसका पता तब चलता है जब रीढ़, कलाई या कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो जाता हैं। बीमारी के शुरूआती लक्षण को समझ नहीं पाते और इलाज नहीं कराते हैं। यही अनदेखी इस समस्या की मूल वजह है। अंदर ही अंदर बीमारी हड्डियों को इस तरह खोखला कर देती है कि कई बार हल्की चोट से भी हड्डी टूट जाती है। यहीं नहीं बल्कि कोई भारी सामान उठाते समय, यह तक कि सामान्य दिनचर्या में भी रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो जाता है।

महिलाओं में बढ़ रहा रोग

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ। रितेश कुमार बताते हैं कि भारत में हर आठ में से एक पुरूष और तीन में एक महिला इस बीमारी से पीडि़त है। पूर्वाचल में इलाज के लिए पहुंचने वाली पचास साल से अधिक उम्र की तीन चौथाई महिलाएं और साठ साल से अधिक के चालीस प्रतिशत पुरूष बीमारी से पीडि़त देखे जा रहे हैं। बीमारी गंभीर होने व इसके मरीजों की तादाद पूर्वाचल में लगातार बढ़ने के बावजूद सरकारी अस्पताल में इसकी जांच तक की व्यवस्था नहीं है। बीमारी का पता लगाने के लिए हड्डियों के घनत्व की जांच की जारी है, पर इसकी व्यवस्था न तो मेडिकल कॉलेज में है और न ही डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में।

ऑस्टियोपोरोसिस के कारण

- शारीरिक श्रम की कमी

- जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन

- दूध और उससे बने पदार्थो व कैल्शियम युक्त व पोषक पदार्थो का कम सेवन

- आनुवांशिक कारण, थायरायड, हारमोन की कमी, ग्रोथ हारमोन में गड़बड़ी

- अधिक शराब का सेवन व धूम्रपान

- लंबे समय तक स्टेरायड का सेवन

बीमारी के लक्षण-

- कमर या पीठ में लगातार दर्द की शिकायत रहना

- मामूली चोट पर भी हड्डियों में फ्रैक्चर या सूजन

ऐसे करें बचाव-

- दूध या उससे बने पदार्थो, प्रोटीन व दूसरे पोषक तत्वों को करें शामिल।

- महिलाएं खासतौर पर कैल्शियम व विटामिन डी युक्त भोजन का सेवन करें।

- फास्ट फूड के सेवन से बचें।

- ब्0-ब्भ् की उम्र के बाद हड्डियों के घनत्व की नियमित जांच कराए।

- रोग का लक्षण दिखते ही तत्काल इलाज कराएं।

पचास साल की उम्र पार करने वाले मरीजों की संख्या भ्0 परसेंट से ज्यादा है। गोरखपुर में धीरे-धीरे ऑस्टियोपोरोसिस के मरीज बढ़ रहे हैं। इसके पीछे बदलता कल्चर, जंक फूड और खाने-पीने में विटामिन की कमी इसकी मुख्य वजह है।

डॉ। रितेश कुमार, हड्डी रोग विशेषज्ञ