- लालबत्ती फॉरच्यूनर में बैठकर खाकी और खादी पहनकर बन जाते थे वीआइपी

- उत्तराखंड, वेस्ट यूपी, दिल्ली और हरियाणा में कर चुके है सनसनीखेज वारदात

-गैंग का सरगना लतीफपुर के प्रधान सुरजीत कौर का पति सज्जन सिंह है

Meerut : पुलिस की वर्दी पहनकर लालबत्ती फॉरच्यूनर में सवार होकर चार राज्यों में लूट और हत्या की वारदातों को अंजाम देने वाले गैंग के सात सदस्य पकड़ लिए। गैंग का सरगना लतीफपुर का प्रधानपति सज्जन सिंह है। सज्जन सिंह ने पुलिस कस्टडी से पंद्रह हजारी कपिल को छुड़ाने के बाद 11 बदमाशों का गैंग तैयार कर चार राज्यों में कोहराम मचा दिया। दर्जनों से ज्यादा लूट और हत्या की वारदातों को अंजाम दे चुके है।

प्रधान पति का हाथ

शनिवार को रिजर्व पुलिस लाइन में एसएसपी जे रविंदर गौड ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पंद्रह हजारी कुख्यात कपिल और उसके छह साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कस्टडी से कपिल को भगाने में हस्तिनापुर के लतीफपुर के प्रधान सुरजीत कौर के पति सज्जन सिंह का हाथ था। मारपीट में बक्सर के मोनू एवं दुष्कर्म में रामराज के मोनू उर्फ प्रदीप जेल गए थे, जिनकी मुलाकात कपिल से हुई थी। मोनू उर्फ प्रदीप पहले से ही प्रधान पति सज्जन सिंह को जानता था। सज्जन भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है।

पेशी में हुई मुलाकात

मोनू और मोनू उर्फ प्रदीप ने कचहरी में पेशी के दौरान सज्जन की मुलाकात कपिल से कराई। सज्जन ने मोनू उर्फ प्रदीप, मोनू बक्सर, बंटी उर्फ निखिल, बंटी उर्फ बम, सुभाष और सेटी के साथ मिलकर कपिल को कचहरी से भगा लिया। वहां से सभी लतीफपुर सज्जन के फार्म हाउस पर पहुंचे। सज्जन ने लतीफपुर फार्म हाउस के अलावा दिल्ली के नजफगढ़ में फ्लैट लिया तथा उत्तराखंड के काशी में मकान किराए पर लिया। तीनों ठिकानों पर ही अक्सर बदमाश रहते थे, जहां से वारदातों को अंजाम दिया जाता था।

सज्जन बनता था मंत्री, कपिल दारोगा : लालबत्ती फॉरच्यूनर में लूट के दौरान दिल्ली से मेरठ और मेरठ से काशी जाने के लिए प्रयोग होती थी, जिसमें मंत्री बनकर सज्जन सिंह सवार होते थे। खाकी वर्दी पहनकर कपिल दारोगा की भूमिका में चालक के पास वाली सीट पर सवार होता था। बंटी उर्फ निखिल कार चलता था। ऐसे में पुलिस के सामने से कई बार लुटेरे बड़ी आराम से निकल गई। कई स्थानों पर तो लालबत्ती फॉरच्यूनर देखकर पुलिसकर्मियों ने सैल्यूट तक किया है।