- लखनऊ और जीएसवीएम

से गिरफ्तार छात्रों ने तुलसीनगर में पढ़ने के बाद लिया था एडमिशन

- सीपीएमटी की तैयारी कराने वाली कोचिंगों व हॉस्टल अब मध्य प्रदेश की जांच एजेंसियों के निशाने पर

KANPUR: जीएसवीएम से निकल कर व्यापमं घोटाले की आंच अब काकादेव व तुलसीनगर की कोचिंग मंडी तक पहुंच गई है। शनिवार को केजीएमयू से गिरफ्तार ब् मेडिकल स्टूडेंट्स से पूछताछ व उससे पहले गोविंद पांडे व सुधीर प्रजापति से पूछताछ के बाद अब एमपी की जांच एजेंसियों का रुख मेडिकल की तैयारी कराने वाली कोचिंग मंडी में पहुंच गई है। केजीएमयू से गिरफ्तार चारों मेडिकल स्टूडेंट्स ने कोचिंग मंडी में रह कर ही पढ़ाई की थी और इसी जगह से साल्वर गैंग ऑपरेट कर रहा था। कुछ दिन पहले ही इस इलाके के पास शारदा नगर से आईजी की स्पेशल टीम ने सॉल्वर गैंग को भी गिरफ्तार किया था।

साल्वर गैंग का गढ़ तो नहीं कोचिंग मंडी

काकादेव तुलसीनगर स्थित कोचिंग मंडी में सीपीएमटी की तैयारी कराने वाले कई बड़े संस्थान हैं। इसके अलावा कई छोटी कोचिंगें भी चलती है। लखनऊ में केजीएमयू से गिरफ्तार छात्र अशोक कुमार, रवि प्रकाश, अभिमन्यू सिंह, अमित कुमार पांडे और प्रदीप कुमार से पूछताछ में पता चला है कि उन लोगों ने काकादेव में रह कर ही मेडिकल की तैयारी की थी और वहीं पर सॉल्वर गैंग से जुड़ कर मध्य प्रदेश परीक्षा देने गए थे। पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार छात्रों में से ख्0क्क् बैच का रवि प्रकाश बकायदा इस गैंग का सदस्य बन गया था और कई बार परीक्षाओं में बतौर सॉल्वर बैठा था।

एसटीएफ ने एसआईटी को सौंपी स्टेटस रिपोर्ट

व्यापमं घोटाले में शनिवार को भोपाल में एसटीएफ ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट की ओर से इस मामले में गठित एसआईटी को सौंप दी। अब एसआईटी इस स्टेटस रिपोर्ट को स्क्रूटनी करने के बाद कोर्ट के सामने पेश करेगी। एसटीएफ ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में जीएसवीएम से लेकर यूपी के तमाम मेडिकल कॉलेजों में पकड़े गए स्टूडेंट्स, सॉल्वरों की जानकारी दी है।