भारत ने नहीं माना

इस अवसर पर दिए अपने संबोधन में शी जिनपिंग ने कहा कि चीन हमेशा से ही विश्व शांति का समर्थक रहा है। इसके अलावा वह चाहता है कि पूरा विश्व विकास की राह पर अग्रसर हो। द्वीतीय विश्व युद्ध में मिली जीत के उपलक्ष्य में चीन में हर वर्ष इसका आयोजन किया जाता रहा है। इसका सीधा प्रसारण चीन के सरकारी मीडिया पर प्रसारित किया गया है। शी जिनपिंग ने परेड के दौरान सेना के सभी अंगों की सलामी ली थी। इस दौरान चीन के ऐसे शानदार प्रदर्शन को लेकर माना जा रहा है कि इसका असर भारत में भी देखने को मिलेगा। भारत अपनी सैन्य ताकत को बढा़ने की भरपूर कोशिश करेगा। इसके अलावा सबसे खास बात यह रही कि चीन के इस जश्न से रुस को छोड़कर बाकीद पश्चिमी देशों के नेताओं ने दूरी बनाए रखी। भारत की ओर से विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह पहुंचे। चीन ने परेड में शामिल होने के लिए भारत से अपने सैनिक भेजने की भी अपील की थी, लेकिन भारत ने इसे नहीं माना।

चीन की सैन्य ताकत

हालांकि जानकारी मानते हैं कि चीन द्वारा की जाने वाली सेना में कटौती से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। मीडिया में छपी खबरों की मानें तो चीन ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी वायु सेना और नौसेना में जबरदस्त बदलाव करते हुए उसको काफी मजबूती प्रदान की है। इसके चलते इस बात से काई खास फर्क नहीं पड़ता है कि उसके कितने सैनिक फील्ड में मौजूद रहेंगे। लिहाजा इस कटौती से उसकी ताकत में कोई कमी नहीं आएगी और न ही वह कमजोर ही होगा। चीन का रक्षा बजट करीब 129 बिलियन डालर का है जो उसके जीडीपी का करीब 2.1 फीसद है। चीन की सेना में तकरीबन 2,333,000 जवान है। वहीं उसके यदि सैन्य संसाधनों पर नजर डालें तो उसके पास करीब 1,667 लड़ाकू विमान, 6,540 टैंक, 6 प्रोटाटाइम स्टील्थ फाइटर, 69 पनडुब्बी, 1 एयरक्राफ्ट केरियर, 17 डेस्ट्रोयर, और 66 इंटरकोंटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीए) हैं।

ये हैं 15 देशों का रक्षा बजट

दुनिया भर की सेना पर यदि खर्च करने वाले देश की बात की जाए तो चीन दूसरे नंबर पर आता है और भारत आठवें नंबर पर आता है। दुनिया में यदि किसी देश का सबसे अधिक सैन्य बजट है तो वह अमेरिका है। जो करीब 581 बिलियन डॉलर का है। इसके बाद चीन का 129 बिलियन डॉलर, सऊदी अरब 80 बिलियन डॉलर, रूस 70 बिलियन डॉलर, इंग्लैड 62 बिलियन डॉलर, फ्रांस 53 बिलियन डॉलर, जापान 48 बिलियन डॉलर, भारत 45 बिलियन डॉलर, जर्मनी 44 बिलियन डॉलर, दक्षिण कोरिया 34 बिलियन डॉलर, ब्राजील 32 बिलियन डॉलर, इटली 24 बिलियन डॉलर, इजरायल 23 बिलियन डॉलर, आस्ट्रेलिया 23 बिलियन डॉलर, और इराक 19 बिलियन डॉलर अपनी सेना पर खर्च करता है।

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