जियोमी इंडिया हुआ सचेत
जियोमी इंडिया के प्रमुख मनु जैन ने कहा, 'भारत के सेवा प्रदाताओं से हमने बात शुरू कर दी है और हमें आशा है कि 2015 में एक डेटा सेंटर स्थापित हो जायेगा. इसके बाद वहां से काम शुरू हो जायेगा. हालांकि जियोमी के वाइस प्रेसीडेंट हुगो बर्रा ने कहा था कि हम मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं. अभी तक हमने इंडियन एयरफोर्स की तरफ को कोई बात नहीं सुनी है.
 
चाइनीज टेक्नोलॉजी से रहता है खतरा
चाइनीज टेक्नोलॉजी के बढ़ते मार्केट की वजह से भारत को काफी खतरा बना रहता है. जहां एक तरफ चाइना के साथ बिजनेस करने के लिये कई डील होती हैं, तो वहीं दूसरी ओर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को इन टेक्नोलॉजी से खतरा बना रहता है. अबकी बार यह खतरा दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी हैंडसेट मेकर कंपनी जियोमी से हुआ है. इंडियन मार्केट में अपने सस्ते स्मार्टफोन लॉन्च करके जियोमी ने धूम तो मचा दी है, लेकिन अब यह स्मार्टफोन सुरक्षा के लिये बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं.

पर्सनल डाटा हो सकता है हैक
इंडियन एयर फोर्स ने अपने जवानों और अधिकारियों को जियोमी के स्मार्टफोन से दूर रहने को कहा है. हालांकि इसके साथ ही इनकी फेमिलीस को भी ये स्मार्टफोन यूज न करने की हिदायत दी गई है. एयर फोर्स का मानना है कि यह चाइनीज स्मार्टफोन मेकर हमारे पर्सनल यूजर डाटा और कई अहम जानकारियों को हैक कर सकते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन एयर फोर्स ने इसके लिये एक टेस्ट भी किया था, जिसके आधार पर यह रोक लगाई है.

जियोमी का क्या है कहना
जियोमी कंपनी के इंडिया हेड मनु जैन का कहना है कि, 'फिलहाल अभी हमारे पास भारत सरकार या इंडियन एयर फोर्स की तरफ से कोई ऑफिशियल नोटिस नहीं आया है. इसके अलावा हमने इन स्मार्टफोन को बनाने से पहले सुरक्षा के सभी पहलुओं को ध्यान में रखा था. हमने अपनी क्लाउड सर्विस को सभी लीगली रेगुलेशन अथॉर्रिटी के साथ बनाया है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई परेशानी आ रही है तो हम उसे मिलकर सॉल्व करने को तैयार हैं.

कैसे लग रही सेंध

आपको बताते चलें कि चाइनीज बेस्ड हैंडसेट मेकर कंपनी जियोमी ने इंडियन मार्केट में अपने स्मार्टफोन उतारकर काफी पॉपुलैरिटी पाई थी. इनके फोन के दीवानों की लंबी लाइनें लगी थीं, यहां तक कि कुछ ही मिनटों में इन स्मार्टफोन का स्टॉक तक खत्म हो गया था. लेकिन अब एयरफोर्स ने जो जानकारी दी है वह काफी चिंताजनक हो सकती है. अगस्त में एक सिक्योरिटी एनालिसिस कंपनी एफ-सिक्योर ने पाया कि Resdmi 1s स्मार्टफोन की कॉल हिस्ट्री, टेक्स्ट मैसेज, टेलिकॉम ऑपरेटर नेम, फोन नंबर आदि कई जानकारियां जियोमी के सर्वर को भेजी जा रही हैं, जो कि चाइना में स्िथत है. अब अगर इंडियन एयर फोर्स के जवान इन फोन को यूज करते हैं तो उनके फोन की कॉल डिटेल चाइना के सर्वर पर रिकॉर्ड हो जाती है. अब यह सुरक्षा के लिहाज से काफी बड़ा खतरा माना जा सकता है.

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