RANCHI : रिम्स के रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में साल भर से बंद दो करोड़ की आधुनिक एक्सरे मशीन जल्द चालू की जाएगी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में एक्सरे मशीन के बंद कमरे में पड़े रहने की खबर पब्लिश होने के बाद रिम्स प्रशासन जागा है। उसने मशीन चालू करने को लेकर सप्लाई करने वाली एजेंसी से संपर्क साधा है। एजेंसी को एक्सरे मशीन के संचालन और प्लेट की सप्लाई के लिए अविलंब प्रस्ताव भेजने को कहा गया है। इस एक्सरे मशीन के चालू होने से मरीजों को काफी सहूलियत हो जाएगी।

यह है पूरा मामला

पीएमआरवाई योजना के तहत रिम्स को आधुनिक एक्सरे मशीन उपलब्ध कराई गई थी। इस मशीन की कीमत करीब दो करोड़ रुपए है। करीब एक साल पहले इस एक्सरे मशीन को रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में इंस्टॉल किया गया। उस समय इसका ट्रायल भी किया गया था। लेकिन, इसके बाद इसके मेंटनेंस और चालू करने को लेकर कोई पहल नहीं की गई। जिस एजेंसी ने मशीन सप्लाई की थी, उसके साथ किसी तरह का कोई एग्रीमेंट नहीं किया गया। ऐसे में मरीजों को इस मशीन का फायदा नहीं मिल रहा था।

हॉस्पिटल के डिप्टी डायरेक्टर ने दोषी कर्मियों की मांगी रिपोर्ट

कैश काउंटर पर्ची घोटाले में आरोपियों पर होगा एक्शन

रिम्स कैश काउंटर पर्ची घोटाले में दोषी कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में ' रिम्स पर्ची घोटाला : पैसे देकर टेस्ट कराया और रिफंड भी ले लिया' खबर पब्लिश होने के बाद रिम्स प्रशासन ने पूरे मामले की जांच कराई थी। इसमें घोटाला किए जाने व कई की इसमें संलिप्पता होने की बात सामने आई। इसी के मद्देनजर मंगलवार को रिम्स के डिप्टी डायरेक्टर गिरजा शंकर प्रसाद ने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर दोषी कर्मियों की रिपोर्ट बनाकर देने का निर्देश दिया।

क्या था मामला

कैश काउंटर में टेस्ट कराने के लिए आने वाले मरीजों की दो पर्ची काटी जाती है। इसमें एक पर्ची टेस्ट कराने के लिए संबंधित डिपार्टमेंट में रखा जाता है, जबकि कार्बन पर्ची मरीज को लौटा दी जाती है। इसी पर्ची की बेसिस पर मरीज को जांच रिपोर्ट दी जाती है। लेकिन, कई बार ऐसा होता है कि कुछ वजहों से मरीज का टेस्ट नहीं हो पाता है। ऐसे में मरीज पर्ची वापस देकर रिफंड ले सकता है। लेकिन, काउंटर के कर्मियों ने मिलीभगत कर इस पर्ची की बेसिस पर मरीजों को होने वाला रिफंड कैश करा लिया। इसमें करीब चार लाख रुपए के घोटाले की बात सामने आई थी।