- लेटर लिखकर रंगदारी मांगने वाले बच्चे गिरफ्तार

- बॉर्नबिटा नाम के 10-12 लड़कों का है गैंग एक्टिव

- लड़की से मोबाइल लूटकर भाग रहे थे, पब्लिक ने पकड़कर पुलिस को सौंपा

PATNA : पटना पुलिस ने तीन स्कूल स्टूडेंटस को गिरफ्तार किया है। वे शुक्रवार की शाम चार बजे एक लड़की का मोबाइल लूटकर भाग रहे थे। पकड़ा तो उन्हें पब्लिक ने मगर जब पुलस ने जांच पड़ताल शुरू की तो वह भी चौंक पड़ी। दरअसल इन लड़कों के पास से मिले पर्स में एक आदमी का एड्रेस मिला। पुलिस ने उस नाम पता का वेरिफिकेशन किया तो पता चला कि वह मुकेश कुमार नाम का व्यक्ति है जिससे पांच लाख की रंगदारी लेटर लिखकर मांगी गई है। पुलिस का शक बढ़ने लगा कि आखिर इन बच्चों के पास से इसका नाम, पता और नम्बर कैसे आया। कडि़यां जुड़ने लगीं और पूछताछ का दायरा बढ़ने लगा। हकीकत सामने आई तो सबके होश उड़ गये। पकड़े गये तीन लड़कों में से एक लड़के ने ही मुकेश को लेटर लिखकर भ् लाख की रंगदारी मांगी थी। सिटी एसपी सेन्ट्रल शिवदीप लांडे ने बताया कि एक बच्चे की हैंडराइटिंग मैच करती है, इसकी जांच हैडराइटिंग एक्सपर्ट से भी करवाई जाएगी। लेटर को एफएसएल भेजा जा रहा है। चाय पत्ती का बिजनेस करने वाले मुकेश ने ख्ख् तारीख को थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। उनके दरवाजे पर लिखकर लेटर डाल दिया गया था। वह सीडीए कॉलोनी का ही रहने वाला है और दो लड़के भी उसी कॉलोनी के रहने वाले हैं। जबकि तीसरा लड़का जो 8वीं में पढ़ता है वह राजीव नगर का रहने वाला है। जिस लड़की का मोबाइल लूटा था वह एएन कॉलेज से पढ़कर लौट रही थी। वह हाईकोर्ट स्टाफ कॉलोनी में रहती है। लड़की के पिता शेष मणि हाईकोर्ट में सेक्शनल आफिसर है। शनिवार को वे भी शास्त्रीनगर थाने पहुंचे थे। उन्होंने ही मामला दर्ज करवाया था।

बना लिया है बॉर्नविटा गिरोह

पकड़े गये लड़के क्लास 8, 9 और क्0 में पढ़ते हैं। तीनों आदर्श नगर के रेसिडेंशियल नेशनल पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं। यही नहीं दो लड़के तो एक ही मकान में सीडीए कॉलोनी में रहते हैं। एक का अपना घर है तो दूसरे की फैमिली उसके किरायेदार हैं। अभी तीन महीना ही हुआ था उस मकान में आये। इन लड़कों ने क्0-क्ख् लड़कों के साथ मिलकर बॉर्नबिटा एक गिरोह बना रखा है। बाइक पर सवार ये लड़के लड़कियों से छेड़खानी, लूटपाट, चोरी सहित कई तरह के क्राइम कर रहे हैं। यही नहीं अपने गिरोह के लड़कों की किसी से झगड़ा हो जाए तो उसके लिए मारपीट करते हैं। सिटी एसपी शिवदीप लांडे ने बताया कि ये लड़के चौड़ी सड़कों पर ही लोगों से लूटपाट करते हैं। इन लोगों ने बॉर्नबिटा गिरोह बना लिया है। पहले से ही माइंस गिरोह बनाकर रखा है कुछ लड़कों ने। इस मौके पर डीएसपी सचिवालय डॉ मो शिब्ली नोमानी का कहना था कि इस गिरोह के बारे में पुलिस को लगातार जानकारी मिल रही थी और पुलिस भी लगी थी इसके पीछे।

बदहवास मां पहुंची थाने

पकड़े गये एक लड़के की मां नौकरी करती है। मगर बेटे की संगत ने उन्हें थाने में मिन्नतें करने को मजबूर कर दिया। आंखों में आंसू और पुलिस वालों से बच्चों को छोड़ने की गुहार कर रही थी। उसे तो यह भी होश नहीं था कि उसने बिना चप्पल पहने थाने में आ गई है। लेकिन बेटा रंगे हाथों जो पकड़ा गया था वह भी लूटपाट करते, पुलिस भी मजबूर थी। आखिरकार नाबालिग इन लड़कों को रिमांड होम भेज दिया गया। हालांकि मां की परेशानी और बच्चों के भविष्य को लेकर मामला दर्ज करवाने वाले शेष मणि भी चिन्तित थे। आखिरकार उन्होंने लड़के की मां को यह दिलासा दिलाई कि वह समझौत कर लेंगे। जो भी कार्रवाई होगी आगे बढ़ाई जाए बच्चों को एक बार और मौका देना चाहिए।

बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत

अगर मां बाप बच्चों की एक्टिविटिज पर ध्यान देना शुरू करें तो उन्हें ऐसे दिन शायद नहीं देखना पड़ेगा। पकड़ा गया एक लड़का हमेशा नया मोबाइल, बाइक और कई चीजें अपने साथियों को दिखाता था। वह कहां से लाता था यह तो उसके घर वालों को पता नहीं था। कम उम्र में ही ऐसी बाइक चलाता है कि हर कोई उसकी रफ्तार देखता रह जाता है। वह गैंग का लीडर भी बन बैठा है। एक्सपर्ट की मानें तो बच्चों से ज्यादा मां बाप दोषी है जो बच्चों पर ध्यान नहीं देते।