विपक्षियों को नहीं आया रास
आंध्र प्रदेश की नई राजधानी बनाने पर चल रही माथापच्ची आखिरकार खत्म हो गई. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा पर मुहर लगाते हुये इसे नयी राजधानी घोषित कर दिया है. हालांकि नायडू का यह डिसीजन काफी चर्चित हो रहा है. गौरतलब है कि राज्य की अपोजीशन पार्टीज ने विधानसभा में इसका जमकर विरोध किया था. उनका कहना है कि नायडू का यह फैसला विवादास्पद है और उसके लिये बहस या वोटिंग करानी चाहिये. फिलहाल अब जो भी हो लेकिन राज्य की नई राजधानी पर नायडू ने तो मुहर लगा दी है.

हरित और कृषि योग्य क्षेत्र

सूबे की नई राजधानी विजयवाड़ा को लेकर भले ही विपक्षियों ने विरोध किया हो, लेकिन नायडू ने यह डिसीजन बहुत ही सोच-समझकर लिया है. विजयवाड़ा का पूरा क्षेत्र खेती योग्य और उपजाऊ है, अगर एग्रीकल्चर के हिसाब से देखा जाये तो यह बहुत ही उपयोगी क्षेत्र माना जाता है. अब ऐसे में साफ जाहिर है कि किसी भी राज्य की राजधानी अगर विकसित है, तो उसका पूरे राज्य पर खासा प्रभाव पड़ता है.

तेलंगाना मुद्दे से हिला आंध्र प्रदेश

आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश मे नई राजधानी को लेकर चल रही बहस का मुख्य वजह तेलंगाना है. जून में तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग करके एक नये राज्य के रूप में स्थापित किया गया था. हालांकि आंध्रपदेश ने 10 साल तक अपने IT हब हैदराबाद को तेलंगाना की राजधानी के रूप में साझा करने की सहमति दी है. हालांकि इससे इतर नायडू ने अपने प्रदेश की अलग राजधानी के लिये विजयवाड़ा का चुनाव कर लिया है. फिलहाल विजयवाड़ा के खिलाफ खड़े हुये पैनल का कहना है कि विजयवाड़ा को बेहतर बनाने के लिये सरकार का काफी पैसा लग जायेगा.     

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