BAREILLY

माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा योग को मौजूदा सत्र में क्लास 9 से क्ख् तक के सिलेबस में शामिल किया गया था। सत्र शुरू हुए चार माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी भी स्कूल में योग के शिक्षक नही है। ऐसे में इस वर्ष होने वाली परीक्षाओं में स्टूडेंट्स योग के बारे में क्या लिखेंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

शारीरिक दक्षता बढ़ाना है मकसद

सिलेबस में योग को शामिल किए जाने के पीछे बोर्ड के स्टूडेंट्स में शारीरिक दक्षता बढ़ाने के साथ ही भारतीय संस्कृति से रू-ब-रू कराना है। योग को हर स्टूडेंट्स की दिनचर्या में शामिल करने, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को पाने का साम‌र्थ्य विकसित करना है। योग के माध्यम से स्टूडेंट्स में सुबह जल्दी उठने से लेकर योग से संबधित कठिन शब्दों के अर्थ को समझाने के साथ ही लोगों को योग के प्रति प्रेरित करना है। योग करने से स्टूडेंट्स में एकाग्रता के साथ अध्यन करने की क्षमता का भी विकास होता है। इन्हीं सब प्वाइंट को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने योग को सिलेबस में शामिल किया.

शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत किया शामिल

यूपी बोर्ड द्वारा योग को शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत शामिल किया गया है। सिलेबस में शारीरिक शिक्षा में योग शिक्षा, योग की भ्रांतियां, पारंपरिक व आधुनिक आसन, प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए सभी स्कूलों में शिक्षक की नियुक्ति की जानी थी। शारीरिक शिक्षा में योग के शामिल किए जाने से शारीरिक शिक्षा को दो भागों में बांट दिया गया है। जिसमें अब होने वाली परीक्षा में भ्0 नंबर शारीरिक शिक्षा के और भ्0 नंबर योग के होंगे। ये परीक्षा मौखिक और लिखित तौर पर होगी। दोनों ही परीक्षाओं में स्टूडेंट्स को पास होना अनिवार्य होगा। यदि इस परीक्षा में कोई स्टूडेंट्स पास नहीं होता है तो उसे पूरी परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा.

नहीं मिले शिक्षक

सिलेबस में योग के शामिल किए जाने के बाद विभाग को स्कूलों में योग शिक्षकों को नियुक्त करने के आदेश थे, लेकिन सत्र शुरू हुए चार माह गुजरने के बाद भी स्कूलों में योग शिक्षक नहीं नियुक्त हो सके। ऐसे में आगामी बोर्ड परीक्षाओं में स्टूडेंट्स शारीरिक शिक्षा की परीक्षा में कैसे योग जैसे कठिन सब्जेक्ट के प्रश्नों का उत्तर कैसे देंगे। अभी तक स्कूलों में शारीरिक शिक्षा के लिए परीक्षा से कुछ दिन पहले ही बच्चों को सिर्फ जरूरी पाठ को ही पढ़ाया जाता रहा है, ऐसे में अब योग के बारे में भी क्या स्टूडेंट्स को कुछ दिन पहले ही बताया जाएगा। लेकिन क्या योग जैसे सब्जेक्ट को चंद दिनों में स्टूडेंट्स समझ पाएंगे।

 

शासन की ओर से योग को सिलेबस में शामिल किया गया है। लेकिन स्कूलों में योग के शिक्षक नियुक्त नहीं हो सके हैं। शिक्षकों को नियुक्त किए जाने के लिए प्रयास जारी हैं।

डॉ। अचल कुमार मिश्र, डीआईओएस