सीएम की फ्लीट के सामने लेटे बीजेपी कार्यकर्ता

BAREILLY: वीआईपी कल्चर खत्म करने में केन्द्र से लेकर राज्य सरकार तक नए-नए कदम उठा रही है। दूसरी तरफ बरेली में संडे को सीएम योगी आदित्यनाथ आए तो शहर की आधी से अधिक आबादी को सड़कों पर आने की इजाजत ही नहीं मिली। लोग घरों में कैद होकर रह गए। असल में मामला मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा है, लेकिन सुरेश शर्मा नगर के सामने सीएम की फ्लीट के सामने बीजेपी कार्यकर्ता लेट गए, जिसके बाद सीएम ने गेट का शीशा खोलकर उनका अभिवादन किया और वहां से फ्लीट रवाना हुई।

चार घंटे पब्लिक रही परेशान

सीएम योगी का काफिला त्रिशूल एयरबेस से लेकर डेलापीर, सौ फुटा रोड, पीलीभीत बाईपास, सेटेलाइट होकर सर्किट हाउस पहुंचा। सीएम के आने से करीब एक घंटे पहले से इस रूट से जुड़ने वाली सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाकर पब्लिक की आवाजाही रोक दी गई। यहां तक की गलियों की रोड से एंट्री बंद कर दी गई थी। सीएम करीब आधा घंटा तक सर्किट हाउस में रहे और यहां पर बीजेपी कार्यकर्ताओं से चर्चा की। इस दौरान गांधी उद्यान से सर्किट हाउस जाने वाले रास्ते समय आसपास के रास्ते बंद रखे गए। इसके बाद योगी विकास भवन पहुंचे। संडे होने की वजह से लोगों ने दिन घर में ही गुजारा। बरेली की प्रमुख सड़कों पर करीब चार घंटे से अधिक लोग मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर परेशान रहे।

सीओ के कमेंट के बाद भड़का गुस्सा

सीएम की फ्लीट जब सुरेश शर्मा नगर के पास पहुंची तो यहां पर सीएम के स्वागत में खड़े कार्यकर्ता सड़क पर लेट गए, जिससे फ्लीट रुक गई, क्योंकि एक मंदिर का झंडा देखकर वहां मौजूद सीओ ने कमेंट कर दिया था। सीएम ने गाड़ी का शीशा खोलकर उनका अभिवादन किया और फिर सुरक्षा बलों ने शीशा बंद कराकर कार्यकर्ताओं को हटाकर फ्लीट को रवाना किया। कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई। वहीं मेडिसिटी के पास हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने सीएम का मेडिसिटी के पास स्वागत किया और सीएम ने उनका अभिवादन भी किया।

जिस सड़क से सीएम निकले वहां पैदल चलना भी बैन-

एयरपोर्ट से लेकर डेलापीर सौ फुटा, पीलीभीत बाईपास, मेडिसिटी, सेटेलाइट से बियावानी कोठी, गांधी उद्यान होकर सीएम सर्किट हाउस पहुंचे। इस दौरान जब तक सीएम सर्किट हाउस होकर विकास भवन पहुंचे, वीवीआईपी रूट पर वाहनों को तो दूर पुलिस ने लोगों को पैदल तक नहीं चलने दिया। जो भी नजर आया उसे तुरंत हटा दिया गया, जिसने बहस की तो उसकी रिकॉर्डिग की गई। सर्किट हाउस और विकास भवन के पास तो ऐसी सिक्योरिटी थी कि कोई परिंदा भी पर न मार सके।

सर्किट हाउस ,विकास भवन सील-

सीएम के पहली बार बरेली आने पर प्रशासन ने सुरक्षा के इतने पुख्ता इंतजाम किए कि सीएम के अंदर जाने के बाद सर्किट हाउस के मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। यही हाल विकास भवन का रहा। विकास भवन में सीएम की मीटिंग के दौरान तो मुख्य सड़क गांधी उद्यान से शहामतगंज तक सड़क पर सिर्फ सुरक्षाकर्मी ही नजर आ रहे थे। इसके अलावा अन्य रूट पर भी सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वायरलेस पर लगातार मेसेज चल रहा था कि कोई भी सीएम की फ्लीट में एंटर न कर सके। एसएसपी खुद वायरलेस पर निर्देश दे रहे थे।