- नाथ संप्रदाय और सनातन परंपरा के तहत हुआ अभिषेक

- मंदिर में पूरे दिन गूंजता रहा मंत्र

<- नाथ संप्रदाय और सनातन परंपरा के तहत हुआ अभिषेक

- मंदिर में पूरे दिन गूंजता रहा मंत्र

GORAKHPUR: GORAKHPUR: रविवार की सुबह से ही गोरक्षनाथ मंदिर में योगी आदित्यनाथ के गोरक्षपीठाधीश्वर बनाने के लिए अभिषेक की तैयारी होने लगी थी। सुबह 9 बजे ही मंदिर में पूजन-अर्चना का काम शुरू हो गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ का तिलकोत्सव किया गया। उसके बाद नाथ परंपरा के अनुसार पहले पांच गृहस्थों ने उनको पीठ की गद्दी पर बिठाया। उसके बाद नाथ पंथ के संन्यासियों ने उनके चादर ओढ़ाकर उन्हें गोरक्षपीठाधश्वर बनाया।

क्0.ख्भ् हुआ अभिषेक, बने महंत

सुबह 9 बजे मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हुई। महंत निवास स्थान के हाल में आयोजित अभिषेक में देश के गणमान्य साधु-संत सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। सबसे पहले उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ का तिलकोत्सव किया गया। उसके बाद नाथ परंपरा के तहत पांच गृहस्थ अरूणेश शाही, धर्मेद्र नाथ वर्मा, पुष्पदंत जैन, मारकंडेय यादव और राजा बाबू ने योगी आदित्यनाथ को अंग वस्त्र भेंट कर पीठाधीश्वर की व्याघ्र चरम आसीन पद पर बिठाया। गद्दी के पीछे आदित्यनाथ के गुरु अवेद्यनाथ का तैलीय चित्र लगा हुआ था। क्0.ख्भ् मिनट पर नाथ पंथ के उपाध्यक्ष व अलवर के सांसद चांदनाथ ने संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष की हैसियत से महंत योगी आदित्यनाथ का अभिषेक कराया। उसके बाद महंत नरहरिनाथ, योगी महासभा के मंत्री चेताईनाथ, महंत गुलाबनाथ और महंत स्वामी निर्मलानंद जी ने गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ को चादर ओढ़ाकर महंत बनाया। नाथ परंपरा के अनुसार महंत बनने के बाद महंत योगी आदित्यनाथ योगी महासभा के सदस्यों के साथ श्री गुरु गोरक्षनाथ मंदिर गए और गुरू गोरक्षनाथ का पूजन किया। इसके बाद महंत अवेद्यनाथ को समाधि देने की प्रक्रिया शुरू हो गई।

सुबह से ही मंदिर में थी गहमागहमी

योगी आदित्यनाथ के अभिषेक और महंत अवेद्यनाथ को समाधि दिए जाने की जानकारी सभी को थी। इसलिए सुबह तेज बारिश के बाद भी लोग गोरक्षनाथ मंदिर की तरफ रुख कर रहे थे। सुबह 9 बजे ही लोगों ने जगह ले ली थी। महंत आवास के बाहर लोग एक ही सवाल पूछ रहे थे क्या अभिषेक हो गया? आखिर जब क्0.फ्0 बजे महंत योगी आदित्यनाथ जब मुख्य मंदिर पूजा करने के लिए निकले तो हजारों की भीड़ उनकी एक झलक पाने के लिए आतुर दिखी।

जन्म तिथि- भ् जून क्97ख्

जन्म स्थान- उत्तराखंड

वैवाहिक स्थिति- विरक्त ब्रह्माचारी

शिक्षा- विज्ञान में स्नातक

पता- श्री गोरक्षनाथ मंदिर, गोरखपुर (उप्र)

दिल्ली पता- क्ख्फ्-क्ख्भ् नार्थ एवेन्यू, नई दिल्ली-क्

राजनीतिक क्षेत्र में जिम्मेदारियां

क्998 में क्ख्वीं लोक सभा में सांसद

क्999 में क्फ्वीं लोकसभा में सांसद

ख्00ब् में क्ब्वीं लोकसभा में सांसद

ख्009 में क्भ्वीं लोकसभा में सांसद

ख्0क्ब् में क्म्वीं लोकसभा में सांसद

अभिरूचि- धर्म, आध्यात्म, समाजिक-सांस्कृतिक कार्य, गोरक्षा व हिंदुत्व पर आधारित राजनीति

प्रकाशित पुस्तकें- यौगिक षट्कर्म

हठयोग: स्वरूप एवं साधना

राजयोग: स्वरूप एवं साधना

हिन्दू राष्ट्र नेपाल: अतीत एवं वर्तमान

प्रधान संपादक - योगवाणी