- उप मुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री और दो राज्यमंत्रियों ने ली शपथ

- सरकार का अकेला मुस्लिम मंत्री भी राजधानी से

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LUCKNOW : चौदह साल का 'वनवास' काटने के बाद शनिवार को आखिरकार बीजेपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की कमान संभाल ली। सीएम योगी के साथ दो उपमुख्यमंत्री और 46 मंत्रियों ने भी शपथ ली। वैसे तो मंत्रिमंडल में सूबे के कमोबेश सभी हिस्सों को प्रतिनिधित्व दिया गया है लेकिन, टीम योगी में राजधानी की बल्ले-बल्ले हो गई। एक उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री और दो राज्यमंत्रियों को शामिल करते हुए सीएम योगी ने यह जता दिया कि उनके जहन में राजधानी का स्थान कितना महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं राजधानी के उन नेताओं के बारे में, जिन्होंने टीम योगी में अपनी जगह बनाई-

डॉ। दिनेश शर्मा

उप मुख्यमंत्री

ऐशबाग स्थित एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म लेने वाले डॉ। शर्मा पढ़ाई में सदैव अव्वल रहे। लखनऊ यूनिवर्सिटी से एम.कॉम और पीएचडी के उपरांत वर्ष 1992 में लखनऊ यूनिवर्सिटी में ही प्रोफेसर के पद पर ज्वाइन किया। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले डॉ। शर्मा वर्ष 2006 और वर्ष 2012 में दोबारा राजधानी के मेयर निर्वाचित हुए। संगठन कौशल को देखते हुए उन्हें वर्ष 2014 में भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। वर्तमान में डॉ। शर्मा गुजरात प्रदेश भाजपा के प्रभारी भी हैं।

डॉ। रीता बहुगुणा जोशी

कैबिनेट मंत्री

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा व पूर्व एमपी कमला बहुगुणा की बेटी डॉ। रीता बहुगुणा जोशी की पढ़ाई इलाहाबाद में हुई। इतिहास में एमए व पीएचडी करने वाली डॉ। जोशी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मॉडर्न हिस्ट्री की प्रोफेसर रहीं। वर्ष 1995 से 2000 तक इलाहाबाद की मेयर रहीं। वर्ष 2003 में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं। वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष बनाई गईं। दो बार लोकसभा चुनाव भी लड़ा पर, हार मिली। वर्ष 2012 में लखनऊ कैंट सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई। वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुई और एक बार फिर इसी सीट से विधायक निर्वाचित हुई।

बृजेश पाठक

कैबिनेट मंत्री

हरदोई के मल्लावां निवासी सुरेश पाठक व कमला पाठक की सात संतानों में पांचवें नंबर के बृजेश पाठक ने राजनीति की शुरुआत लखनऊ यूनिवर्सिटी से की। छात्र हितों के लिये संघर्ष करने वाले बृजेश 1989 में लखनऊ यूनिवर्सिटी छात्र संघ के उपाध्यक्ष और 1990 में अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। वर्ष 2004 में बीएसपी के टिकट पर उन्नाव लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए। नवंबर 2008 में राज्यसभा सांसद के रूप में निर्वाचित हुए। हालांकि, बीएसपी में बढ़ती उपेक्षा से आहत होकर बृजेश पाठक ने 22 अगस्त 2016 को बीएसपी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली। हाल ही में उन्होंने लखनऊ मध्य से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और विजय हसिल की।

आशुतोष टंडन

कैबिनेट मंत्री

भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे राजधानी के पूर्व सांसद व पूर्व कैबिनेट मंत्री लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन ने पिता के आभामंडल के बाहर भारतीय जनता पार्टी में अपनी सक्रियता बनाए रखी। उनके संगठन कौशल को देखते हुए वे भाजपा के प्रदेश मंत्री बनाए गए। पिता लालजी टंडन द्वारा खाली की गई लखनऊ पश्चिम सीट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। वर्ष 2014 में केंद्र में मंत्री बनाए गए कलराज मिश्र द्वारा सीट खाली करने पर उन्होंने लखनऊ पूर्व सीट से चुनाव लड़ा और विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 2017 में फिर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

स्वाति सिंह

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह को बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर विवादित टिप्पणी करने पर भारतीय जनता पार्टी से निकाल दिया गया। उनकी टिप्पणी को मुद्दा बनाते हुए बीएसपी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने दयाशंकर सिंह की पत्नी व बेटी पर अभद्र टिप्पणियां की। एफआईआर दर्ज होने की वजह से फरार चल रहे दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने खुद मोर्चा संभाला और आक्रामक अंदाज में मायावती और बीएसपी कार्यकर्ताओं पर हमला बोला। नतीजतन, मायावती समेत बीएसपी को बैकफुट पर आना पड़ा। उनके इस हुनर को देख बीजेपी ने पार्टी के महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। साथ ही सरोजनीनगर विधानसभा सीट से टिकट भी दे दिया। जहां उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चचेरे भाई अनुराग यादव को धूल चटाई।

मोहसिन रजा

राज्यमंत्री

प्रदेश सरकार के अकेले मुस्लिम चेहरा मोहसिन रजा शिया समुदाय से आते हैं। पुराने लखनऊ के चौक इलाके में साधारण परिवार में जन्मे मोहसिन क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं। रणजी ट्रॉफी में यूपी की टीम में शामिल रहे मोहसिन ने तमाम विरोधों को दरकिनार करते हुए बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। उनकी वाकपटुता और पार्टी के प्रति समर्पण को देखते हुए हाल ही में उन्हें प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया। जिसके बाद वे तमाम टीवी चैनल डिबेट में पार्टी का मजबूती से पक्ष रखते रहे। विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल होने पर सवाल उठ खड़ा हुआ था कि आखिर बीजेपी सरकार में मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व कौन करेगा। बीजेपी ने मोहसिन रजा के नाम पर मुहर लगाकर जवाब दे दिया।