- 33 परसेंट सीट बढ़ने के बाद भी स्टूडेंट्स को नहीं मिल रहा एडमिशन

- साल बचाने के लिए डिस्टेंस एजुकेशन में ले सकते हैं एडमिशन

LUCNKOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी ने अपने 15 डिग्री कॉलेजों में यूजी कोर्सेज में 33 फीसदी सीट बढ़ाने की अनुमति दे दी थी। यूनिवर्सिटी के इस ऑर्डर के बाद भी हजारों स्टूडेंट्स को अभी तक अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन नहीं मिल सका है। एडमिशन न मिलने के मामले में सबसे पीछे वेटिंग लिस्ट में शामिल कैंडीडेट्स हैं। जिनको सिलेक्टेड लिस्ट में स्टूडेंट्स की संख्या अधिक होने के कारण एडमिशन का मौका नहीं मिल सका है। ऐसे में वेटिंग लिस्ट में शामिल स्टूडेंट्स को साल खराब होने की संभावना अधिक हो गई है। पर ऐसे स्टूडेंट्स को अभी कई कॉलेज है जहां पर एडमिशन के मौके उपलब्ध हैं।

बढ़ा दी गई थीं सीट्स

बीते 26 अगस्त को वीसी की अध्यक्षता में हुई एडमिशन कमेटी की बैठक में 15 कॉलेजों में 33 परसेंट सीट बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई हैं। इसके तहत सीट्स बढ़ाने की अनुमति मांगने वाले कॉलेज सेल्फ फाइनेंस कोर्स में 60 सीट्स के बजाय 80 सीटों पर एडमिशन के लिए अनुमति दे दी गई है।

डिस्टेंस लर्निग है ऑप्शन

अगर अभी तक किसी स्टूडेंट्स को कॉलेज में अपने मनमुताबिक अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन न मिलने पर निराश होने की जरूरत नहीं है। अब भी स्टूडेंट के पास साल बचाने का मौका है। डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से पढ़ाई कर स्टूडेंट्स अपना ग्रेजुएशन पूरा कर सकते हैं। वहीं उन्हें अपने मनमुताबिक कोर्स में एडमिशन भी मिल जाएगा। सिटी के विभिन्न कॉलेजों में राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी और इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी इग्नू के स्टडी सेंटर संचालित किये जा रहे हैं। जहां संपर्क कर आसानी से एडमिशन लिया जा सकता है।

राजर्षि टंडन की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी में इस बार से ऑनलाइन एडमिशन शुरू कर दिये गए हैं। इसके तहत स्टूडेंट्स को रीजनल सेंटर से बुकलेट खरीदनी होगी। उसके बाद यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर चालान जनरेट करना है। चालान के माध्यम से कोर्स फीस जमा कर फाइनल फॉर्म सबमिट करना होगा। वहीं इसकी हार्ड कॉपी रीजनल सेंटर पर जमा कर एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। जुलाई सत्र की एडमिशन प्रक्त्रिया चल रही जिसकी लास्ट डेट 13 सितम्बर है। राजर्षि टंडन में बीकॉम, बीएससी, बीए, बीबीए, बीसीए और बैचेलर ऑफ लाइब्रेरी इफॉर्मेशन साइंस बीएलआईएससी में आवेदन किया जा सकता है।

इग्नू की एडमिशन प्रक्रिया

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के यूजी कोर्सेज में नार्मल एडमिशन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। लेकिन तीन सौ रुपए लेट फीस के साथ स्टूडेंट्स 10 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। इग्नू के सह क्षेत्रीय निदेशक अंशुमन उपाध्याय ने बताया कि इग्नू में ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनो ही तरह से आवेदन किया जा सकता है। ऑफ लाइन फॉर्म अलीगंज स्थित केंद्र के अलावा नेशनल पीली कॉलेज, आईटी, केकेसी, क्रिश्चियन, बिजली पासी समेत बीस कॉलेजों के सभी रीजनल सेंटर पर उपलब्ध रहेंगे। इग्नू में यूजी के कोसरें में बीए, बीएससी, बीकॉम, बैचेलर ऑफ टूरिच्म स्टडीज, बैचेलर इन सोशल वर्क बीसीए और बीकॉम इन अकाउंट एंड फाइनांस का कोर्स संचालित किया जाता है।

विद्यांत में एडमिशन प्रक्रिया दोबारा शुरू

अगर आप यूजी या पीजी में आवेदन करने से चूंक गए है तो अपके पास आवेदन का एक और मौका है। विद्यांत पीजी कॉलेज ने खाली सीटों पर दोबारा से एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। कॉलेज की प्रिंसिपल धर्मकौर ने बताया कि ग्रेजुएशन में बीए रेग्यूलर, बीकॉम की सीटे खाली है। वहीं एमए इतिहास में आवेदन किया जा सकता है। बीए के लिए स्टूडेंट्स को 4100 रुपये और छात्राओं को 3956 रुपये का ड्राफ्ट साथ लाना है। वहीं बीकॉम की 18 हजार औए एमए की 10 हजार रुपये फीस देनी होगी। प्रिंसिपल ने बताया कि नए एडमिशन के साथ वह स्टूडेंट्स भी दोबारा की प्रक्रिया में शामिल हो सकते है जिनका पहली लिस्ट में नाम आया था लेकिन उन्होंने एडमिशन नहीं लिया।

इग्नू में यूजी में कोर्स के साथ सभी स्टूडेंट्स को लैंगवेज, ह्यूमैनिटीज साइंस का फाउंडेशन कोर्स अनिवार्य रूप में पढ़ाया जाता है। इससे बच्चे सिविल सर्विस के लिए पहले से ही तैयार हो जाते हैं।

- मनोरमा सिंह, रीजनल को-आर्डिनेटर, इग्नू

इस बार से ऑनलाइन प्रक्रिया करने के साथ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के स्तर से भी कई नए बदलाव किये हैं। जो स्टूडेंट्स के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे।

-नीलांजली सिन्हा, रीजनल को-ऑर्डिनेटर, राजर्षि टंडन