- एक दिन पहले ही ससुराल से विदा करा कर लाया था युवक

- डौकी के गांव नगरिया में छाया मातम, घरों में नहीं जले चूल्हे

आगरा। उसके हाथ की मेहंदी का रंग भी नहीं उतरा था कि माथे का सिंदूर उजड़ गया। एटा में हुए भीषण हादसे से डौकी के गांव नगरिया में कोहराम मच गया। हादसे में जान गंवाने वाले अधिकतर लोग इसी गांव के थे। इनमें एक युवक भी शामिल था, जिसकी शादी को अभी 15 दिन ही हुए थे। एक दिन पहले ही वह पत्नी को ससुराल से विदा कर घर लाया था.े

हाथों की मेहंदी भी नहीं छूटी

थाना डौकी के गांव नगरिया निवासी ओमवीर सिंह पुत्र बच्चू सिंह की शादी 15 दिन पहले गोविंदपुर फीरोजाबाद निवासी युवती से हुई थी। पत्नी ससुराल से पहली बार मायके गई थी। गुरुवार को ओमवीर पत्नी को मायके से विदा करा कर गांव लाया था। उसी दौरान सभी का लगुन टीका में जाने का प्रोग्राम बन गया। 40 से 42 लोग मैक्स गाड़ी और कैंटर से गुरुवार शाम सात बजे नगला लाल सिंह एटा के लिए निकल गए। रात में कार्यक्रम के बाद करीब तीन बजे गांव के लिए लौट रहे थे। रास्ते में सराय नीम पुलिया के पास कैंटर बेकाबू होकर नाले में जा गिरा।

गांव में चीख पुकार

हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई। इसमें ओमवीर भी शामिल था। पति की मौत से पत्नी पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। पत्नी बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। गांव में किसी घर में चूल्हा नहीं जला। चारों तरफ कोहराम, हर घर से मातम में रोने की आवाज आ रही थी। मरने वालों में बच्चे भी थे।

प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया एडमिट

एसएन मेडिकल कॉलेज में घायल माता प्रसाद, जितेंद्र, छोटू, पिंटू, विजय, राकेश, ऋषि, रवि, किशन सिंह, दीपू, योगेंद्र एडमिट थे। इन्हें परिजन प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। राजपुर चुंगी स्थित हॉस्पिटल में जितेंद्र, छविराम, जनक, राकेश, रसिया निवासी बाह, विजय कुमारी पत्नी जनक सिंह, सुरेंद्र कुमार, अजय, गुड्डू को एडमिट किया गया।